= यात्री विश्राम गृह ना होने से लोगों को होती है परेशानी
= व्यापारियों ने निर्माण की उठाई आवाज
= उपेक्षा पर आंदोलन का ऐलान

(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))

अल्मोडा़ भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर अलग अलग स्थानो पर यात्री विश्राम गृह निर्माण की पुरजोर मांग उठी है। व्यापारियों ने गांवो को जाने वाले रास्तो के समीप ही हाईवे पर यात्री विश्राम गृह निर्माण किए किए जाने का मुद्दा उठाया है। कहा है कि यात्री विश्राम गृह ना होने से गांवों के लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
अल्मोड़ा भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे निगलाट, पाडली, रातीघाट, दोपांखी, गरमपानी, खैरना, छड़ा, चमडिया, जौरासी,नावली, काकडी़घाट, सुयालखेत, सुयालबाडी़ आदि तमाम गांवों के लोग पैदल मार्ग से हाईवे तक पहुंचते हैं। सुदूर क्षेत्रों को जाने के लिए लोगों को हाईवे पर वाहनो के इंतजार में खडे़ रहना पड़ता है जिससे लोग परेशान हो जाते हैं। एक अदद यात्री विश्राम गृह तक ना होने के कारण छोटे-छोटे बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं भी परेशानी का सामना करते हैं। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के महेंद्र सिंह बिष्ट, दीपक बिष्ट, देवेश कांडपाल, रोहित बिष्ट, विनोद सिंह, कमल तिवारी, भास्कर त्रिपाठी, फिरोज अहमद, नंदन सिंह, अंकित सुयाल, मनीष कर्नाटक, भीम सिंह, भरत सिंह आदि ने हाईवे पर अलग अलग अलग स्थानो पर गांवो को जाने वाले रास्तो के समीप यात्री विश्राम गृह निर्माण की पुरजोर मांग उठाई है ताकि गांव के लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े। दो टूक चेताया भी है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।