🔳 एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा समस्याओं का पुलिंदा
🔳 बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के गांवों की उपेक्षा का लगाया आरोप
🔳 कई योजनाएं की उठाई गई निष्पक्ष जांच की मांग
🔳 कैंची में जाम का स्थाई समाधान न होने व बाइपास के अस्तित्व में न आने पर जताई नाराजगी
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित कैंची क्षेत्र में लगने वाले जाम के कारण खडी़ हो रही परेशानी, लंबा समय बीतने के बावजूद बाइपास निर्माण न होने तथा बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के तमाम गांवों में व्याप्त समस्याओं का समाधान न होने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने श्री कैंची धाम तहसील के एसडीएम के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कार्रवाई की मांग उठाई। जल्द समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली। आरोप लगाया की गांवों की लगातार उपेक्षा की जा रही है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बुधवार को कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल व पूर्व विधायक संजीव आर्या की अगुवाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं श्री कैंची धाम तहसील मुख्यालय पहुंचे। एसडीएम विपिन चंद्र पंत के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेज क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं के समाधान की मांग उठाई। आरोप लगाया की कैंची क्षेत्र में लंबे समय से जाम की समस्या से आवाजाही करने वाले लोग परेशान है पर स्थाई समाधान नहीं हो रहा। मुख्यमंत्री घोषणा के बावजूद अब तक सैनिटोरियम से बनाया जाने वाला बाइपास अस्तित्व में नहीं आ सका है। कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने लगातार अनदेखी पर गहरी नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री से बीते दिनों हुई ओलावृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा देने, बारगल – कफूल्टा पंपिग पेयजल योजना, पांगकटारा नाले से जावा पेयजल योजना की जांच, हरिनगर गांव के ग्रामीणों को जमीनों पर मालिकाना हक देने, शहीद बलवंत सिंह भुजान बर्धो मोटर मार्ग, डोन परेवा ओखलढूगा मोटर मार्ग पर डामरीकरण करने की मांग उठाई। बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के गांवों में लंबे समय जल जीवन मिशन योजना के कार्य लंबित होने पर भी नाराजगी जताई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा की गांवों की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दो टूक चेतावनी दी की यदि जल्द समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो कांग्रेस कार्यकर्ता आंदोलन को विवश हो जाएंगे। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष जमुना दत्त कत्यूरा, जंग बहादुर मेहरा, भुवन तिवारी, अजय पनौरा, त्रिभुवन पाठक, राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, गोपाल गढिया, भूपेंद्र सिंह, मोहन सिंह, महेश चंद्र, भुवन चंद्र, ललित मोहन, उमेश चंद्र आदि मौजूद रहे।