= सुयालबाडी़ व मौना बाजार व्यवस्था विहीन
= व्यापारी लंबे समय से उठा रहे मांग पर कोई सुध लेवा नहीं
= व्यापारियों ने लगाया बाजार क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप
(((अंकित सुयाल/राहुल शर्मा की रिपोर्ट)))
दावे तो खूब बड़े-बड़े किए जाते हैं पर व्यवस्था के नाम पर रत्ती भर कुछ भी उपलब्ध नहीं कराया जाता । सुयालबाडी़ व मौना बाजार में लोग एक अदद शौचालय के लिए तरस रहे हैं। बावजूद कोई सुध नहीं ली जा रही।
मौना बाजार में आसपास के गांवों के लोग खरीदारी करने बाजार पहुंचते हैं। पर सुविधा के नाम पर बाजार क्षेत्र में कुछ भी उपलब्ध नहीं है। सुलभ शौचालय की मांग लंबे समय से लोग उठाते आ रहे हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। जिस कारण क्षेत्रवासी परेशान है। स्थानीय नवीन शर्मा, गोविंद सिंह नयाल, राजेंद्र सिंह मेहरा, चंदन सिंह भंडारी, चंदन बिष्ट, गंगा सिंह मेहरा, अनिल सती, सतीश चंद्र, शेखर शर्मा, संजय शर्मा आदि लोगों ने शौचालय सुविधा उपलब्ध कराए जाने की मांग उठाई है। इधर सुयालबाडी़ बाजार क्षेत्र के हाल भी गजब हैं। जिला पंचायत प्रतिवर्ष व्यापारियों से शुल्क वसूलती हैं पर सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं। हाईवे पर स्थित होने से पर्यटक भी इस बाजार में रुकते हैं पर सुलभ शौचालय की व्यवस्था ना होने से अब पर्यटकों ने भी बाजार में रुकना छोड़ दिया है। जिस कारण व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। क्षेत्र के लोगों ने तत्काल हाईटेक शौचालय निर्माण की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि सुलभ शौचालय का निर्माण नहीं किया गया तो तो फिर जिला पंंचायत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा।