◾ ग्राम प्रधान ने लगाया गांव की उपेक्षा किए जाने का आरोप
◾ एक वर्ष पूर्व प्रपत्रों में हस्ताक्षर के बाद भी धरातल में नहीं उतरी योजना
◾ जल्द योजना का कार्य शुरू कराए जाने की उठाई मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल पहुंचाने के लाख दावे किए जाएं पर बेतालघाट ब्लॉक के सूदूर चौरसा गांव में दावे खोखले साबित हो रहे हैं। आपदा में ध्वस्त पेयजल योजना की मरम्मत तक नहीं की जा सकी है। ग्राम प्रधान ने गांव की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया है।
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना से बेतालघाट का चौरसा गांव आज भी कोसों दूर है। हालांकि योजना से गांवों को लाभान्वित किए जाने के खूब ढोल पीटे जा रहे हो पर धरातल की स्थिति दूसरी है। बीते दिनों कटिमी गजार में मुख्य विकास अधिकारी के निरीक्षण में अनियमितताओं का खुलासा हो चुका है। चौरसा गांव तक तो अभी योजना धरातल में ही नहीं उतर पाई है। ग्राम प्रधान सविता बिष्ट ने आरोप लगाया है की लगभग एक वर्ष पूर्व अधिकारियों ने योजना से संबंधित प्रपत्रो में हस्ताक्षर करा लिए गए पर आज तक गांव में योजना से संबंधित कार्य शुरु तक नहीं हो सका है। आपदा में गांव की पेयजल योजना ध्वस्त होने से गांव के लोग परेशान हैं। दूर दराज से पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। गांव के लोग आए दिन जल जीवन मिशन योजना के विषय पर सवाल पूछते हैं पर योजना का अता पता न होने से ग्रामीणों को जवाब देना भारी पड़ रहा। ग्राम प्रधान सविता ने अधिकारियों पर गांव की उपेक्षा किए जाने का आरोप भी लगाया है। चेतावनी दी है की यदि जल्द योजना से संबंधित कार्य शुरु नहीं किया गया तो मजबूरी में गांव के वासिदों को साथ लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।