= बंपर पैदावार के लिए जाने जाने वाले गांव में काश्तकार खुद सब्जी को तरसे
= पहले बारिश ना होने से नहीं हो सकी मटर की बुवाई
= अब प्रभावित हो गई शिमला मिर्च व फूलगोभी की उपज
(((फिरोज अहमद/विरेन्द्र बिष्ट/अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))
बेतालघाट ब्लॉक की बजेडी़ गांव के धरतीपुत्रों की किस्मत ठीक नहीं चल रही। मटर की बंपर पैदावार करने वाले गांव में समय पर बारिश न होने से मटर की बुवाई ही नहीं हो सकी और अब शिमला मिर्च तथा फूलगोभी की पैदावार प्रभावित होने से लाखों रुपये का नुकसान हो गया है। ग्राम प्रधान ने किसानों को उचित मुआवजा दिए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
बेतालघाट का बजेडी़ क्षेत्र सब्जी व फल उत्पादक बेल्ट है। गांव में माल्टा, अखरोट के साथ ही सब्जी की बंपर मात्रा में पैदावार होती है पर पिछले दो-तीन वर्षों से धरतीपुत्र लगातार नुकसान झेल रहे हैं। पहले लॉकडाउन फिर कोरोना कर्फ्यू के बाद ठीक समय पर बारिश ना होने से पहले मटर की बुवाई प्रभावित हो गई। बुवाई को लाए गए बीज घर पर धरे के धरे ही रह गए। सब कुछ ठीक होने की उम्मीद ले किसानों ने खेतों को रुख किया हाड़तोड़ मेहनत भी की पर अब किस्मत एक बार फिर साथ छोड़ गई है। गांव में शिमला मिर्च व गोभी की कभी बंपर पैदावार होती थी। ग्रामीण बताते हैं कि करीब दो से तीन हजार कुंतल शिमला मिर्च व इतनी ही फूलगोभी बड़ी मंडियों तक भेजी जाती थी पर अब हालात यह है कि किसान खुद ही शिमला मिर्च व फूलगोभी खाने को तरस गए हैं। ठीक समय पर बारिश ना होने सेपौधे सूख चुके हैं। फूलगोभी में फूल ही नहीं आ रहा। स्थानीय भूपेंद्र सिंह बिष्ट के अनुसार बजेड़ी गांव के डेढ़ सौ से ज्यादा किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हो चुका है। ग्राम प्रधान दीपा बिष्ट ने गांव में बर्बाद हुई उपज का सर्वे कर किसानों को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है।