= स्टेट हाईवे पर गिरताऊ हालत में पहुंचे बोल्डर को गिराया
= खतरनाक हालत में पहुंचे बोल्डर से बढ़ गया था जोखिम
= बोल्डर गिराए जाने के बाद लोगों ने ली राहत की सांस
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/कुबेर सिंह जीना की रिपोर्ट)))
रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर चले तीन घंटे अभियान के बाद खतरनाक हालत में पहुंच चुके विशालकाय बोल्डर को गिरा दिया गया। बोल्डर के गिरने के बाद आवाजाही कर रहे यात्रियों तथा स्थानीय लोगों ने भी राहत की सांस ली। बोल्डर कुछ माह से लगातार खतरे का सबब बना हुआ था। बोल्डर को गिराने के बाद कई जिंदगियां बचा ली गई।
शुक्रवार को सहायक अभियंता कुंदन सिंह बिष्ट व कनिष्ठ अभियंता पूनम बिष्ट के नेतृत्व में लोनिवि की टीम रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर भुजान क्षेत्र में पहुंची। गिरताऊ हालत में पहुंच चुके विशालकाय बोल्डर को गिराने की जद्दोजहद शुरू की गई। लगातार बारिश होने से बोल्डर के चारों ओर दरारें गहरा गई थी। जिससे खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा था। नेपाली मूल के श्रमिक लोकेंद्र ने जान हथेली पर रख बोल्डर के चारों ओर रस्सी फंसाने का कार्य शुरू किया। करीब दो सौ मीटर आगे से खड़ी पहाड़ी पर चढ़ने के बाद उसने सुरक्षित ढंग से बोल्डर के चारों ओर तार फंसा दिया। स्टेट हाईवे पर पहले से मौजूद लोडर मशीन के चालक ने तार को खींचना शुरू किया। तार को खिंचते हो बोल्डर भरभरा कर स्टेट हाईवे पर गिर गया। करीब तीन घंटे चले अभियान के बाद बोल्डर गिरा खतरा टाल दिया गया। भुजान में तैनात पुलिस टीम ने यातायात व्यवस्था संभाली। इस दौरान एसआई बृजमोहन भट्ट, क्षेत्र पंचायत सदस्य अभिषेक बिष्ट, दीपक पंत, गोधन नेगी, राजेंद्र जोशी आदि मौजूद रहे।
लोकेंद्र के साहस की हुई सराहना
स्टेट हाईवे पर गिरताऊ हालत पहुंचे बोल्डर के चारों ओर तार फंसाने वाले नेपाली मूल के युवक लोकेंद्र की हर किसी ने तारीफ की। जान जोखिम में डाल लोकेंद्र ने बोल्डर को गिराने के लिए तार को चारों ओर फंसाया। करीब बीस मिनट तक लोकेंद्र पहाड़ी पर डटा रहा। बाद में लोकेंद्र सुरक्षित पहाड़ी से स्टेट हाईवे पर उतर आया। खतरा टालने वाले लोकेंद्र को लोगों ने असल हीरो बताया। एसआई बृजमोहन भट्ट समेत तमाम लोगों ने लोकेंद्र की हिम्मत की सराहना की।