= बड़े-बड़े पत्थर बिछाकर किया जा रहा पैच वर्क
= विभागीय कर्मचारियों की गैरमौजूदगी में ठेकेदार मनमानी पर उतारू
= लोगों ने उठाई कार्रवाई की मांग
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
लाखों रुपए की लागत से किए जा रहे डामरीकरण पर सवाल खड़े हो गए हैं। गड्ढों में बड़े-बड़े पत्थर बिछाकर पैच वर्क किया जा रहा है। गुणवत्ताविहीन कार्यो पर लोगों ने मामले में जांच की मांग उठाई है। चेताया है कि यदि मनमानी की गई तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार होगी।
गांव की सड़कें बजट ठिकाने लगाने का जरिया बन चुकी है। भुजान – बेतालघाट मोटर मार्ग पर किया जा रहा पेच वर्क सवालों के घेरे में है। करीब 25 लाख रुपये की लागत से किया जा रहे पैच वर्क में मानक ताक पर रख दिए गए हैं। गड्ढों में बड़े-बड़े पत्थर बिछाकर ऊपर से डामर कर दिया जा रहा है जिससे भविष्य में डामर उखड़ने की संभावना दोगुनी बढ़ गई है। गुणवत्ताविहीन पैच वर्क देखने वाला कोई नहीं है। ठेकेदार मनमानी पर उतारू है। विभागीय अधिकारियों की गैरमौजूदगी में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। लोगों ने मामले की जांच की मांग उठाई है। कहा कि ऐसा पैच वर्क कर सरकारी धनराशि बर्बाद की जा रही है। लोगों ने मामले की जांच की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो फिर आंदोलन की रणनीति भी तैयार की जाएगी।