◾ पूर्व जिला पंचायत सदस्य के बाद अब बीडीसी सदस्य ने खोला मोर्चा
◾ बजट होने के बावजूद डामरीकरण ना करवाए जाने को लेकर विभागीय अधिकारियों को ठहराया जिम्मेदार
◾ अमगडी़ – रामनगर – ओखलढुंगा मोटर मार्ग पर डामरीकरण न किए जाने का मामला
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
ग्रामीण सड़कों के लिए समुचित बजट उपलब्ध होने के बावजूद डामरीकरण नहीं किया जा रहा। अमगडी़ – रामनगर – ओखलढुंगा मोटर मार्ग पर डामरीकरण ना किए जाने का मामला अब तूल पकड़ गया है। पहले पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने ठेकेदार व कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया था अब क्षेत्र पंचायत सदस्य ने ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने तथा अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि कार्रवाई नहीं की गई तो फिर गांव के लोगों को साथ लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरु कर दिया जाएगा।
दरअसल बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय से रामनगर समेत तमाम आसपास के गांवों को जोड़ने के लिए बने ओखलढुंगा – रामनगर – अमगडी़ मोटर मार्ग पर एक करोड रुपये की से भी अधिक की लागत से करीब 11 किलोमीटर दायरे में डामरीकरण किया जाना था। सरकार ने बजट भी अवमुक्त किया पर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही व ठेकेदार की मनमानी से आज तक डामरीकरण का कार्य पूरा नहीं हो सका है। महज डेढ़ से दो किलोमीटर दायरे में डामरीकरण किया गया अब वह डामरीकरण भी जवाब दे गया है। जगह-जगह गड्ढे गुणवत्ता विभिन्न कार्यों की हकीकत बयां कर रहे हैं। पहले पूर्व जिला पंचायत सदस्य धीरज जोशी ने विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार पर मिलीभगत का आरोप लगाया था अब ओखलढुंगा के क्षेत्र पंचायत सदस्य नंदन सिंह ने भी मोर्चा खोल दिया है। नंदन सिंह ने लापरवाही के लिए ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदार ठहरा ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने के साथ ही विभागीय कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की मांग उठाई है। क्षेत्र पंचायत सदस्य के अनुसार मामले पर कार्रवाई नहीं की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर सड़क पर ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया जाएगा। दो टूक कहा कि उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।