= बेतालघाट ब्लॉक के गांव में नहीं हो पा रही दूध की आपूर्ति
= छह किलोमीटर पैदल दूरी नापने के बाद स्वजन कर रहे व्यवस्था
= शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग बंद होने से हो रही फजीहत
(((हरीश चंद्र/पंकज नेगी/हरीश कुमार/अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))
जहां एक ओर गांवों में पेयजल संकट बना हुआ है वहीं बेतालघाट के कुछ गांवों में दूध की आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है जिस कारण नौनिहाल बूंदबूंद दूध को भी तरस रहे हैं। परेशान स्वजन छह किमी दूर बेतालघाट बाजार जाकर बमुश्किल व्यवस्था करने को मजबूर हैं। लोगों ने तत्काल शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग को खोजने की पुरजोर मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द मोटर मार्ग पर यातायात सुचारू न किया गया तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
बीते दिनों आई आपदा से कई सड़कें बंद हो गई वहीं गांवों को रोजमर्रा की आवश्यकता की चीजो की आपूर्ति भी बाधित हो गई। युद्ध स्तर पर कार्य चला तो अधिकांश सड़कें खोल दी गई पर शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग आपदा को बीस दिन से अधिक बीत जाने के बावजूद नहीं खोला जा सका है। बढेरी के समीप मोटर मार्ग बंद है जिस कारण वर्धो, रतौडा़, नैनीचैक, तिवारीगांव आदि क्षेत्रों में दूध की आपूर्ति नहीं हो पा रही जिस कारण नौनीहालो के स्वजन परेशान हैं ऐसे में पैदल ही छह किमी दूर बेतालघाट बाजार जाकर दूध की व्यवस्था करना मजबूरी बन चुका है। वही रोजमर्रा की अन्य चीजों का भी संकट पैदा होने लगा है। स्थानीय दयाल सिंह दरमवाल, कुबेर सिंह, मदन सिंह, श्याम सिंह, राजेंद्र सिंह, हेमेंद्र सिंह आदि लोगों ने तत्काल मोटर मार्ग खोले जाने तथा दूध व अन्य सामग्री की आपूर्ति सुचारू कराए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। चेताया है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।