🔳 बारिश के इंतजार में आसमान की ओर टकटकी लगाए देख रहे किसान
🔳 बेतालघाट व ताड़ीखेत ब्लॉक के तमाम गांवों के किसान परेशान
🔳 अनाज व सब्जियों की बंपर पैदावार के लिए खास पहचान रखते हैं गांव
🔳 बारिश व सिंचाई के अभाव में खेत होने लगे बंजर
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक के तमाम क्षेत्रों व अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से सटे तमाम गांवों में दिसंबर की शुरुआत होने के बावजूद गेहूं की बुआई नहीं हो सकी है। बारिश न होने से खेत अब तक बंजर पड़े हैं। बारिश के इंतजार में मायूस किसान आसमान की ओर टकटकी लगाए देखने को मजबूर हैं। अनाज व सब्जियों की बंपर पैदावार करने वाले गांवों में कई गांवों में सिंचाई की व्यवस्था न होने से किसान परेशान हैं। तमाम गांवों में सिंचाई नहरों की मरम्मत तक न हो पाने से खेतीबाड़ी चौपट हो चुकी है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से सटे ताड़ीखेत ब्लॉक के सुनियाकोट, नौगांव, सोनी, कोटली, बेडगांव व बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में अब तक कास्तकार गेहूं की बुवाई नहीं हो सकी है जबकि सितंबर, अक्टूबर व नवंबर का महिना बुवाई के लिए सबसे बेहतर माना जाता है। समय पर बारिश न होने से खेत अब तक बंजर पड़े हैं। खेतों की हालत देख किसानों के माथे पर चिंता की लकिरे भी गहरा गई है। प्रगतिशील किसान राजेंद्र सिंह, देब सिंह, हीरा सिंह, नवीन सिंह, बहादुर सिंह, गोपाल सिंह, बालम सिंह, दीपा देवी, कमला देवी, माधवी देवी, चंदन सिंह, नारायण सिंह आदि के अनुसार समय पर बुआई होने से पिछले वर्ष तक प्रत्येक परिवार पांच से छह कुंतल तक उत्पादन करता था पर इस वर्ष अब तक बुआई ही नहीं हो सकी है। बेतालघाट क्षेत्र में भी हालात विकट है। समुचित बजट उपलब्ध होने के बावजूद सिंचाई नहरें दुरुस्त नहीं हो सकी है। नहरों की मरम्मत न हो पाने से किसानों का पारा भी सातवें आसमान पर पहुंचने लगा है।