🔳 अभिभावकों व ग्रामीणों का चढ़ा पारा पूरे मामले का बनाया विडियो
🔳 शिक्षक पर लगाया नशे की हालत में विद्यालय पहुंचने का आरोप
🔳 शिक्षक को बर्खास्त करने की उठाई पुरजोर मांग
🔳 नौनिहालों के विद्यालय से वापस लौट जाने से खुला पूरा मामला
🔳 सवालों के घेरे में आईं शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली
🔳 प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक से मांगा स्पष्टीकरण, जांच भी बैठाई
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक के सूदूर सिमराड गांव में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक के नशे की हालत में विद्यालय समय के बाद स्कूल पहुंचकर सो जाने के आरोप का मामला सामने आने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। अभिभावकों व ग्रामीणों ने शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने तथा तत्काल दूसरे शिक्षक की तैनाती विद्यालय में किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो शिक्षा विभाग के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।
बेतालघाट ब्लॉक के सूदूर गांवों में पहले ही शिक्षकों की कमी से नौनिहालों का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा वहीं राजकीय प्राथमिक विद्यालय सिमराड़ में तैनात शिक्षक की कार्यप्रणाली से विभाग को शर्मशार कर दिया है साथ ही गांवों में स्थित विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था की कलई भी खुल गई है। सिमराड़ गांव में स्थित विद्यालय में गांव के दस से ज्यादा नौनिहाल पंजीकृत हैं। बच्चों के भविष्य को संवारने का जिम्मा शिक्षक प्रमोद कुमार के पास है। पर शिक्षक के बीते रोज विद्यालय न पहुंचने पर नौनिहाल वापस लौट गए। अभिभावकों ने बच्चों से जानकारी जुटाई तथा विद्यालय पहुंच गए। कुछ लोगों ने बकायदा मोबाइल में विडियो भी बनाया। विद्यालय समय के बाद गुरुजी विद्यालय पहुंचे और स्कूल के फर्श पर ही लेट गए। शिक्षक की सभी हरकतों को ग्रामीणों ने कैमरे में कैद कर लिया। पूरे मामले को लेकर गहरी नाराजगी जताई तथा शिक्षक को भी खरीद खोटी सुनाई। आरोप लगाया की शिक्षक आए दिन नशे की हालत में विद्यालय पहुंचते हैं। अभिभावकों ने मामले की सूचना शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को दी तथा जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायती पत्र भी भेजा। राजकीय प्राथमिक विद्यालय सिमराड से मामले के सामने आने से शिक्षा विभाग में भी हड़कंप मच गया है जबकि गांव के लोगों व अभिभावकों तथा पंचायत प्रतिनिधियों ने रोष जताया है। क्षेत्रवासियों ने तत्काल कार्रवाई पर जोर दिया है। इस दौरान पवन बधानी, चंद्र शेखर, पायल सती, ओम प्रकाश, विशाखा देवी आदि ने पूरे मामले में गहरी नाराजगी जताई है। प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्र बेरी के अनुसार तैनात शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। ब्लॉक मुख्यालय से जांच के लिए एक शिक्षक को भेजा गया है। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। उच्चाधिकारियों से निर्देश मिलने के नियमानुसार कार्रवाई होगी। शिक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।