🔳 कड़ाके की ठंड के बावजूद खैरना चौराहे पर अलाव नदारद
🔳 नदी से लकड़ी लाकर व दुकानदारों से पेटी मांगकर आग ताप रहे वाहन चालक
🔳 मुख्य चौराहे पर ही अलाव की व्यवस्था न होने से लोगों में नाराजगी
🔳 जल्द लकड़ियां उपलब्ध कराए जाने की उठाई मांग
🔳 तहसीलदार ने किया चौराहे पर अलाव की व्यवस्था का दावा

[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खैरना चौराहे पर जनवरी में कड़ाके की ठंड के बावजूद लोग अलाव के लिए तरस रहे हैं। मजबूरी में फलों की पेटियों व नदी क्षेत्र से लकड़ियां इकठ्ठा कर आग जलाकर ठंड से बचाव को मजबूर हैं। श्री कैंची धाम तहसील के तहसीलदार भुवन चंद्र भंडारी के अनुसार बाजार में दो स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है जल्द ही चौराहे पर भी अलाव के लिए लकड़ियां उपलब्ध कराई जाएगी।

कोसी घाटी कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। सुबह व शाम भीषण ठंड से क्षेत्रवासी परेशान हैं। हाईवे पर खैरना चौराहा होने के बावजूद आज तक अलावा की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है। ऐसे में वाहन चालकों व चौराहे पर पहुंचने वाले यात्रियों व स्थानीय दुकानदारों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। टैक्सी यूनियन के गोपाल सिंह के अनुसार जनवरी शुरु होने के बावजूद अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी है जबकि खैरना चौराहे पर सुबह से शाम तक लोगों की आवाजाही होती है। मजबूरी में नदियों से लकड़ियां इकठ्ठा कर व दुकानदारों से पेटियां मांगकर उन्हें जलाकर ठंड से बचाव किया जा रहा है। टैक्सी यूनियन अध्यक्ष प्रताप सिंह गौणी, व्यापारी नेता विरेन्द्र सिंह बिष्ट, गजेंद्र सिंह नेगी, मनीष तिवारी आदि ने उपेक्षा पर नाराजगी जताई है। आरोप लगाया की ठंड का प्रभाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सरकार अलाव के लिए बजट भी उपलब्ध करा रही है बावजूद अब तक चौराहे पर अलाव के लिए लकड़ियां उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है। व्यापारियों, टैक्सी यूनियन सदस्यों व स्थानीय लोगों ने चौराहे पर अलाव की व्यवस्था कराए जाने की मांग उठाई है। तहसीलदार भुवन चंद्र भंडारी के अनुसार खैरना बाजार में दो स्थानों पर अलाव जलाए जा रहे हैं। चौराहे पर भी अलाव के लिए लकड़ियां उपलब्ध कराई जाएगी।

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