🔳लगातार स्थापित हो रहे स्टोन क्रशरों से खेतीबाड़ी पर संकट गहराने का अंदेशा
🔳गांव में रहने वाले परिवारों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ने का खतरा
🔳क्रशर निर्माण को लेकर हो रही प्रतिस्पर्धा से माहौल बिगड़ने की चिंता
🔳गांव के बाशिंदों में पनपने लगा है रोष
🔳 एकजुट होकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक का छोटा सा गांव बढेरी इन दिनों प्रतिस्पर्धा का केंद्र बिंदु बन चुका है। स्टोन क्रशरों के निर्माण को लेकर हो रही जद्दोजहद से माहौल गरम है। आरोप प्रत्यारोप के बीच हो रही रस्साकस्सी से माहौल बिगड़ने का अंदेशा भी बना हुआ है। स्थानीय व सेना से अवकाश प्राप्त कैप्टन सुरेन्द्र सिंह जंतवाल ने क्षेत्र में अब स्टोन क्रशरों के निर्माण पर रोक लगाने की मांग उठाई है। साफ कहा है की यदि मनमानी हुई तो गांव का अस्तित्व बचाने को उच्च न्यायालय की शरण ली जाएगी।
शदीद बलवंत सिंह मेहरा भुजान बर्धो मोटर मार्ग पर कोसी नदी के नजदीक स्थित सुंदर व शांत समझा जाना वाला बढेरी गांव अशांत होता जा रहा है। पूर्व में दो स्टोन क्रशर स्थापित होने के बाद अब गांव के समीप अन्य स्टोन क्रशरों के स्थापित होने की सुगबुगाहट से गांव के बाशिंदों की चिंता बढ़ गई है साथ ही लोगों में गहरी नाराजगी भी व्याप्त है। सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में पहचान रखने वाले बढेरी क्षेत्र में अब लगातार खेतीबाड़ी का रकबा भी घटता जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार स्टोन क्रशर निर्माण को लेकर हो रही प्रतिस्पर्धा से माहौल भी अशांत होता जा रहा है‌ पड़ोसी गांवों में रात रात को लोगों की आवाजाही से दहशत का माहौल बनता जा रहा है। कैप्टन (अवकाश प्राप्त ) सुरेन्द्र सिंह जंतवाल के अनुसार स्टोन क्रशरों की संख्या बढ़ने से भविष्य में गांव में रहना मुश्किल हो जाएगा। वर्तमान में ही माहौल बिगड़ने लगा है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साफ कहा की गांव का अस्तित्व समाप्त नहीं होने दिया जाएगा। यदि जोर जबरदस्ती कर बढेरी गांव को समाप्त करने की कोशिश की गई तो फिर उच्च न्यायालय की शरण ली जाएगी।