🔳 ग्रामीण सड़कों पर देर रात तक आवाजाही से जताया अनहोनी का अंदेशा
🔳 बगैर सत्यापन गांवों में प्रवेश किए जाने का आरोप
🔳 गांवों का माहौल अशांत होने को जताई चिंता
🔳 मामले में कार्रवाई किए जाने की उठाई पुरजोर मांग
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय से सटे गांवों में बाहरी मजदूरों व फेरी वालों की बढ़ती संख्या से गांव के बाशिंदे सख्ते में है। बगैर सत्यापन बाइकों में सवार होकर पहुंच रहे फेरी वाले घंटों गांवों में बिताने के बाद वापस लौट रहे हैं जबकि बाहरी राज्यों के मजदूर भी देर रात तक ग्रामीण सड़कों पर आवाजाही कर रहे हैं। ग्रामीणों ने मामले में कार्रवाई किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
ब्लॉक मुख्यालय से सटे तमाम गांवों में बाहरी राज्यों से पहुंचे समुदाय विशेष के मजदूरों की बढ़ती संख्या व ग्रामीण सड़कों पर देर रात तक श्रमिकों के आवाजाही करने से गांवों के बाशिंदों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरा गई है। समीपवर्ती तल्ली व मल्ली पाली, टगूयूडा, सूखा, चूलिया बिडारी आदि गांवों में एकाएक बाहरी राज्यों से पहुंचे मजदूरों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो चुकी है वहीं उत्तर प्रदेश नंबर की बाइकों में सवार होकर फेरी वालों ने भी गांवो को रुख कर लिया है। स्थानीय भूपाल दत्त फुलारा के अनुसार बाइक सवार फेरी वालों को रोकर सत्यापन या फेरी की अनुमति बावत पूछे जाने पर उनके पास रेगुलर व राजस्व पुलिस से कोई अनुमति तक नहीं है‌ ऐसे में भविष्य में बड़ी घटना सामने आने का अंदेशा बना हुआ है। देर रात तक गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्गों पर बाहरी राज्यों के मजदूरों की आवाजाही से गांवों का माहौल बिगड़ने का खतरा भी बना हुआ है। व्यापार मंडल बेतालघाट से जुड़े व्यापारी नेता व ग्राम प्रधान शेखर दानी ने पुलिस प्रशासन से मामले को गंभीरता से ले उचित कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है। ताकी गांवों के बाशिंदे खुद को असुरक्षित महसूस न करे।