🔳 कभी भी बड़ी घटना सामने आने का जताया अंदेशा
🔳 सत्यापन अभियान चलाए जाने की मांग हुई तेज
🔳 बगैर सत्यापन मजदूरों को कमरा दिए जाने वालों पर भी दिया कार्रवाई पर जोर
🔳 सरकारी व गैर सरकारी निर्माण कार्यों में बाहरी मजदूरों की बढ़ती संख्या पर जताई चिंता
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}

नगरीय क्षेत्रों के साथ ही अब गांवों में भी सत्यापन अभियान चलाए जाने की मांग तेज होने लगी है। ग्रामीणों ने गांवों में बाहरी लोगों की आवाजाही पर चिंता व्यक्त की है। अनहोनी की आंशका जता समय पर बाहरी प्रदेशों से आए मजदूरों का सत्यापन करवाए जाने पर जोर दिया है। ग्रामीणों के अनुसार गांवों में किए जा रहे सरकारी व गैर सरकारी कार्यों में तेजी से बाहरी मजदूरों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो चुकी है।
गांवों में किए जा रहे निर्माण कार्यों में बाहरी प्रदेशों से पहुंच रहे मजदूरों की बढ़ती संख्या से गांवों के बाशिंदे सख्ते में है। एकाएक मजदूरों की संख्या में बढ़ोत्तरी से कभी भी बड़ी घटना के सामने आने का अंदेशा जता गांव के बाशिंदों ने ग्रामीण स्तर पर भी सत्यापन अभियान में तेजी लाएं जाने की मांग उठाई है। ग्रामीणों के अनुसार समीपवर्ती ताड़ीखेत ब्लॉक के तिपोला, बगवान, विशालकोट, मुसोली, लोधियाखान, हिडाम आदि तमाम गांवों में पिछले कुछ समय से बाहरी राज्यों से श्रमिकों की आवाजाही तेज हो गई है। बगैर सत्यापन गांवों में रह रहे मजदूरों से कभी भी बड़ी घटना का अंदेशा बना हुआ है। भाजपा मंडल महामंत्री सुनील सिंह मेहरा, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुंदर सिंह, देवेंद्र सिंह, पूरन सिंह, नारायण सिंह, बचे सिंह, भुवन सिंह, गोपाल सिंह, अमित सिंह, आंनद जीना, मोहित गोस्वामी ने प्रशासन से बाहरी श्रमिकों का सख्ती से सत्यापन किए जाने की मांग उठाई है। बगैर सत्यापन मजदूरों को गांव में कमरा दिए जाने वालों पर भी कार्रवाई पर जोर दिया है।