🔳 तल्लाकोट व बादरकोट गांव के किसान हुए परेशान
🔳 तंत्र की बेरुखी से किसानों के माथे पर गहराई चिंता की लकीरें
🔳 विभाग ने वोल्टेज की समस्या का हवाला दे पल्ला झाड़ा
🔳 लंबे समय से अनदेखी पर अब चढ़ने लगा ग्रामीणों का पारा
🔳 जल्द व्यवस्था दुरुस्त न करने पर आंदोलन की चेतावनी
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक के धनियाकोट व बादरकोट गांव के किसानों के खेतों तक सिंचाई का पानी पहुंचाने को बनी पंपिग योजना हांफ गई है। समुचित पानी न मिलने से अब तक गेहूं की बुआई न हो पाने से दो सौ से अधिक किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरा गई है। सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध न होने से ग्रामीणों में गहरा रोष भी व्याप्त है। नलकूप खंड रामनगर के सहायक अभियंता प्रशांत आर्या के अनुसार वोल्टेज की समस्या से पंप नहीं चल पा रहा है। समस्या के समाधान को हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
कोसी घाटी के किसानों की पहाड़ जैसी समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही। जंगली जानवरों व बंदरों के आंतक से खेती का रकबा घटता ही जा रहा है। किसान हाड़तोड़ मेहनत कर भी रहे हैं तो तंत्र की बेरुखी किसानों पर भारी पड़ रही है। तल्लाकोट व बादरकोट समेत आसपास के क्षेत्रों के करीब दो सौ से अधिक किसानों के खेतों तक पहुंचाने को बनाई गई पंपिग योजना ही जवाब देने लगी है। योजना से समुचित मात्रा में पानी उपलब्ध न होने से किसान अक्टूबर के महीने तक भी गेहूं की बुआई नहीं कर सके हैं। स्थानीय लाभाशु सिंह के अनुसार कई बार समस्या के समाधान की मांग भी उठाई जा चुकी है बावजूद सुध नहीं ली जा ही। निवर्तमान ग्राम प्रधान पूजा पिनारी ने किसानों के हितों से खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाया है। दो टूक कहा की पिछले दो महीने से भी अधिक समय से पंपिग योजना को दुरुस्त नहीं किया जा सका है जिसका खामियाजा क्षेत्र के किसानों को भुगतना पड़ रहा है। तमाम उपज प्रभावित होने के बाद अब गेहूं की बुआई पर भी संकट गहरा गया है। किसानों ने भी व्यवस्था में सुधार न होने पर रोष जताया है। अनदेखी पर आंदोलन की चेतावनी दे डाली है। नलकूप खंड रामनगर के सहायक अभियंता प्रशांत आर्या के अनुसार पंप का स्टार्टर बदल दिया गया है वोल्टेज कम होने से पंप समुचित समय नहीं चल पा रहा है। स्टेबलाइजर लगाने को प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रयास किया जा रहा है की जल्द व्यवस्था दुरुस्त हो सके।