🔳अतिसंवेदनशील भोर्या बैंड क्षेत्र में दरकने लगी हाइवे की बुनियाद
🔳सुबह से शाम तक सैकड़ों वाहन खतरे के बीच कर रहे आवाजाही
🔳पूर्व में आपदा से भी ध्वस्त हो चुका है हाइवे का बड़ा हिस्सा
🔳समय रहते सुध न लिए जाने पर सामने आ सकती है बड़ी घटना
🔳सहायक अभियंता ने किया जल्द निरीक्षण का किया दावा
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

कुमाऊं की लाइफ लाइन यानि अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर भोर्या बैंड़ क्षेत्र में हाइवे की बुनियाद दरकने से संकट बढ़ गया है। वर्षों पुरानी दीवार के धीरे धीरे धराशाई होने से आवाजाही ठप होने का अंदेशा है। पहले ही भोर्या बैंड़ क्षेत्र में भूस्खलन से हाइवे के ध्वस्त होने से वन वे आवाजाही संचालित है।
हाइवे के अस्तित्व पर लगातार संकट बढ़ता ही जा रहा है। चार वर्ष पूर्व आपदा से हाइवे को काफि नुकसान पहुंच चुका है। तमाम स्थानों पर भूस्खलन से हाइवे के ध्वस्त होने से एनएच विभाग ने हाइवे से सटी पहाड़ी काट वन वे आवाजाही की व्यवस्था बनाई है। अतिसंवेदनशील भोर्या बैंड क्षेत्र में जहां जर्जर हो चुकी पहाड़ी से लगातार दुर्घटना का खतरा बना हुआ है वहीं अब हाइवे की बुनियाद दरकने से आवाजाही ठप होने का अंदेशा भी बढ़ता ही जा रहा है। पूर्व में आपदा से पहले ही हाइवे का एक हिस्सा धराशाई हो चुका है अब एकाएक हाइवे के बचे हिस्से के ठिक नीचे से बनी वर्षों पुरानी दीवार से भूस्खलन शुरु होने से आवाजाही खतरनाक हो चुकी है। रोजाना सैकड़ों छोटे बड़े वाहन दरक रहे हिस्से के उपर से निकल रहे हैं ऐसे में कभी भी बड़ी घटना के सामने आने का अंदेशा बना हुआ है। रोजाना आवाजाही करने वाले दीवान सिंह बिष्ट, महेंद्र सिंह, संजय सिंह बिष्ट, विरेन्द्र सिंह के अनुसार यदि समय रहते सुध नहीं ली गई तो कभी भी बड़ी घटना सामने आने के साथ ही आवाजाही भी ठप हो सकती है। पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापारियों व विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने जल्द दरक रहे हिस्से को दुरुस्त कर खतरा टालने की पुरजोर मांग उठाई है‌ एनएच के सहायक अभियंता जीके पांडे के अनुसार भोर्या बैंड क्षेत्र में हाइवे की बुनियाद की ओर सुरक्षात्मक कार्य प्रस्तावित है। फिलहाल जल्द निरीक्षण कर स्थित का जायजा लिया जाएगा। खतरा टालने को आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।