🔳 तिवारी गांव में हुई गोष्ठी में अहम जानकारियां की गई साझा
🔳 कृषि वानिकी से खेतीबाड़ी व पर्यावरण को होने वाले फायदे गिनाए
🔳 विभिन्न प्रजाती के पौधेरोप लिया गया सुरक्षा व देखभाल का संकल्प
🔳 जंगलों को आग से बचाने को मिलजुल कर कार्य करने की अपील
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक के तिवारी गांव में कृषि वानिकी दिवस पर हुई गोष्ठी में कई अहम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने कृषि वानिकी पर जानकारी दे ग्रामीणों से लाभ उठाने का आह्वान किया। बताया की कृषि वानिकी के जरिए मिट्टी की उर्वर क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। इस प्रणाली से जल संचय के साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलती है।
शुक्रवार को तिवारी गांव स्थित विद्यालय परिसर में हुई गोष्ठी का शुभारंभ वन दरोगा देवेंद्र सिंह बिष्ट व वन पंचायत सरपंच सीमा तिवारी ने संयुक्त रुप से मां सरस्वती के चित्र के समीप दीप प्रज्ज्वलित कर किया। संरपच सीमा ने क्षेत्रवासियों से गोष्ठी से मिली अहम जानकारियों का लाभ उठाने का आह्वान किया। कहा की कृषि वानिकी के जरिए जहां एक ओर बेहतर खेती को मदद मिलती है वहीं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी कदम उठाए जाते हैं। वन दरोग़ा देवेंद्र सिंह ने भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। बताया की कृषि वानिकी तकनीक में फसल व पौधरोपण एक साथ किया जाता है। गोष्ठी के दौरान ग्रामीणों ने जंगलों को आग से बचाने को मिलजुल कर कार्य करने का संकल्प लिया। नौनिहालों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से क्षेत्रवासियों को जागरुक भी किया। खेलकूद प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करने वाले मेधावियों को सम्मानित किया गया। बाद में विद्यालय परिसर के आसपास विभिन्न प्रजाती के पौधे रोप देखभाल व सुरक्षा की शपथ ली गई। इस दौरान दया किसन बधानी, विनोद चंद्र, दीपा जोशी, मनोज हाल्सी, पंकज कुमार, आंनद जोशी, देवेंद्र कुमार, कविता पंत, प्रियंका गोला, लता, रोहित, जीवन जलाल आदि मौजूद रहे।