🔳 गर्भवती महिलाओं को करना पड़ रहा दूर दराज रुख
🔳 कई बार क्षेत्रवासी उठा चुके मांग बावजूद जिम्मेदार कर रहे अनसुनी
🔳 रोजाना समस्याओं का सामना करने को मजबूर हैं ग्रामीण
🔳 आए दिन मिल रहे आश्वासन पर नहीं मिल रही चिकित्सक
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]
कोसी घाटी में शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए गांव के लोग तमाम दिक्कतों का सामना करने को मजबूर है। सुविधाओं के अभाव में गांव तेजी से खाली होते जा रहे हैं। गर्भवती महिलाओं को बेहतर इलाज के लिए कई किलोमीटर दूरी नापनी बढ़ रही है। पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापारियों व विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने लंबे समय से आवाज उठाई जाने के बावजूद सुध न लिए जाने पर नाराजगी जताई है।
बेतालघाट ब्लॉक के गांवों में स्वास्थ्य व शिक्षा व्यवस्था एक बड़ी समस्या बन चुकी है। तमाम विद्यालयों में महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हैं तो स्वास्थ्य सुविधा के लिए भी ग्रामीणों को दूर दराज रुख करना पड़ रहा है। तमाम गांवो के मध्य में स्थित सीएचसी गरमपानी, सुयालबाड़ी व बेतालघाट में स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती न होने से मरीज परेशान हैं। खासकर गर्भवती महिलाओं को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए रामनगर, हल्द्वानी, काशीपुर आदि शहरों को रुख कर रहे हैं जहां निजी अस्पतालों में महंगा इलाज करने को मजबूर है। विभिन्न मंचों से ग्रामीण अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञ की चुनौती की मांग उठा चुके हैं बावजूद जिम्मेदार सुध नहीं ले रहे हैं जिसका खामियाजा क्षेत्र के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने आरोप लगाया है कि महज कोरे आश्वासन दिए जा रहे हैं पर स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं की जा रही हर बार लोगों को छला जा रहा है। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी, दयाल सिंह, कृपाल सिंह मेहरा, मनीष तिवारी, फिरोज अहमद, गजेंद्र सिंह नेगी, मनोज बिष्ट आदि ने सीएचसी गरमपानी, सुयालबाड़ी व बेतालघाट में जल्द स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। चेतावनी दी हैं की यदि उपेक्षा की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।