🔳 बुलाई गई आपात बैठक, नई ईकाई को दिया गया अवैध करार
🔳 क्षेत्र की छवि बिगाड़ने व व्यापारियों को बांटने का लगाया आरोप
🔳 श्री कैंची धाम व्यापार मंडल समिति पर जताया गया विश्वास
🔳 व्यापारियों के हितों की रक्षा को लिया गया संकल्प
🔳 कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी हुई विस्तार से चर्चा
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

कैंची क्षेत्र में हुई स्थानीय व्यापारियों की महत्वपूर्ण बैठक में कुछ दिन पहले गठित की गई प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल कार्यकारिणी पर रोष जताया गया। व्यापारियों ने ईकाई को अवैध करार दिया। साफ कहा की बगैर स्थानीय व्यापारियों को सूचना दे व्यापार मंडल का गठन कर दिया गया है जबकि श्री कैंची धाम व्यापार मंडल के नाम से पहले ही व्यापार मंडल का गठन किया जा चुका है। सर्वसम्मति से प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के नाम से बनी ईकाई का विरोध किया गया।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर कैंची क्षेत्र में बीते दिनों गठित की गई प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल ईकाई के विरोध में श्री कैंची धाम व्यापार मंडल की आपात बैठक संगठन के अध्यक्ष दिनेश तिवारी की अध्यक्षता में हुई। वक्ताओं ने बाजार क्षेत्र में गठित नई ईकाई पर रोष जताया। आरोप लगाया की कुछ लोगों ने बगैर स्थानीय व्यापारियों को सूचना दे प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के नाम से ईकाई का गठन किया है। जो निंदनीय है। गठित की गई ईकाई में कोई भी स्थानीय व्यापारी सदस्य नहीं हैं। जिनको पदाधिकारी बनाया भी गया है वो भी स्थानीय नहीं है। व्यापारियों ने सर्वसम्मति से मनमाने ढंग से गठित की गई व्यापारिक ईकाई को अवैध करार दिया। तय किया गया की यदि क्षेत्र की प्रतिष्ठा व व्यापारियों हितों से खिलवाड़ किया गया तो कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। श्री कैंची धाम व्यापार मंडल समिति अध्यक्ष ने संगठन की मजबूती को एकजुट होने का आह्वान व्यापारियों से किया। इस दौरान संगठन उपाध्यक्ष भुवन तिवारी, सचिव विक्रम तिवारी, उपसचिव रमेश किरौला, कोषाध्यक्ष दीपक तिवारी, वरिष्ठ सलाहकार गिरीश तिवारी, राकेश तिवारी, झुंगर सिंह बिष्ट, हरीश आर्या, योगेश किरौला, शिवेंद्र कांडपाल, रवि बिष्ट, शुभांकर बिष्ट, दीवान सिंह, पुष्कर सिंह, विनोद तिवारी, दीपक साह, नरेश तिवारी, चंद्रशेखर, बाबर शमशी, महेश आर्या, शरद तिवारी, हितेश बिष्ट, संजय कुमार, राजेंद्र, संजय भट्ट आदि मौजूद रहे।