🔳 गांव में सड़क सुविधा न होने से डोली बन चुकी है नियति
🔳 लाखों करोड़ों रुपये का बजट खर्च होने के बावजूद अस्तित्व में नहीं आ सकी सड़क
🔳 ग्रामीण कई बार उठा चुके मांग बावजूद नहीं हो रही सुनवाई
🔳 लगातार उपेक्षा किए जाने से गांव के बाशिंदों में रोष
{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे सुनियाकोट गांव के बाशिंदों को सड़क सुविधा न होने से तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव के बुजुर्ग की तबीयत एकाएक बिगड़ने से ग्रामीण मजबूरी में डोली के सहारे सड़क मार्ग तक पहुंचाया। मध्य रात्रि हाइवे से बुजुर्ग को लेकर स्वजन अस्पताल को रवाना हो सके।
हाइवे से सटे ताड़ीखेत ब्लॉक के सुनियाकोट निवासी 88 वर्षीय बुजुर्ग नंदन का स्वास्थ शुक्रवार मध्य रात्रि एकाएक बिगड़ गया। सड़क सुविधा उपलब्ध न होने के कारण डोली की व्यवस्था बनाई गई। पांच पांच सौ रुपये में चार श्रमिकों की व्यवस्था की गई। आधी रात में श्रमिक व स्वजन बुजुर्ग को डोली के सहारे काकड़ीघाट मोटर मार्ग पर पहुंचे। जहां से वाहन के जरिए बुजुर्ग को उपचार के लिए हाइवे के रास्ते अस्पताल पहुंचाया गया। पूर्व ग्राम प्रधान राजेंद्र सिंह परिहार के अनुसार लाखों करोड़ों रुपये का बजट खर्च हो जाने के बावजूद आजतक गांव में सड़क न पहुंच पाने से बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं को डोली के सहारे ही उबड़ खाबड़ रास्ते से मुख्य सड़क तक पहुंचाया जाता है। कई बार लोगों की जान पर तक बन आती है। ग्रामीणों के अनुसार डोली ही नियति बन चुकी है। कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही। लगातार गांव के बाशिंदों की उपेक्षा की जा रही है। सड़क सुविधा न होने से पलायन भी बड़ी समस्या बन चुकी है। स्थानीय जीवन सिंह, सागर परिहार, देब सिंह, संतोष परिहार, नवीन नेगी, राम सिंह, श्याम सिंह आदि ने भी गांव को सड़क सुविधा से न जोड़ें जाने पर रोष जताया है।