🔳 आरटीआई कार्यकर्ता ने तहसील प्रशासन व जल निगम पर लगाया एकतरफा कार्रवाई का आरोप
🔳 जिलाधिकारी व कुमाऊं आयुक्त के कार्यालय में ज्ञापन देकर उठाई कार्रवाई की मांग
🔳 लंबे समय से विरोध के बावजूद नहीं सुना जा रहा ग्रामीणों का पक्ष
🔳 निष्पक्ष जांच व न्यायोचित कार्रवाई पर दिया जोर
{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}

पानी को लेकर हुए विवाद का मामला एक बार फिर तूल पकड़ गया है। आरटीआई कार्यकर्ता ने जिलाधिकारी व कुमाऊं आयुक्त को ज्ञापन भेज जिम्मेदार अधिकारियों पर एकतरफा कार्यवाही किए जाने का आरोप लगाया है। ज्ञापन के माध्यम से बताया है की कुछ लोगों को लाभ दिलाने के मकसद से गांव के बाशिंदों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हे। आरटीआई कार्यकर्ता ने निष्पक्ष जांच की मांग उठा न्यायोचित कार्रवाई पर जोर दिया है।
बेतालघाट ब्लॉक के मल्लाकोट, तल्लाकोट, बादरकोट, पनौराकोट गांव के बाशिंदे लंबे समय से धूरापातल प्राकृतिक जल स्रोत से जजूला गांव के चौड़ा तोक को पेयजल योजना निर्माण का विरोध कर रहे हैं। बीते दिनों ग्रामीणों के श्री कैंची धाम तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन के बाद एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के बावजूद कार्रवाई न होने से नाराज गांव की महिलाएं तीसरे दिन दिन ही जल स्रोत पर पहुंच गई। साफ कहा की पूर्व में ही चौड़ा तोक को स्रोत से पानी उपलब्ध कराया गया है। बारगल – कफूल्टा पंपिग पेयजल योजना से भी गांव को पेयजल की आपूर्ति होती है बावजूद जोर जबरदस्ती कर पानी लिया जा रहा है। गर्मियों में बादरकोट, तल्लाकोट व मल्लाकोट समेत तमाम गांवों में पानी का अकाल पड़ जाता है। मामले के तूल पकड़ने के बाद राजस्व उपनिरीक्षक व जल निगम के कर्मचारी ने महिलाओं व आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा तथा स्थानीय पुष्कर सिंह पनौरा के खिलाफ भवाली कोतवाली में तहरीर सौप मुकदमा दर्ज करवा दिया। ग्रामीण न्यायालय की शरण में पहुंचे। न्यायालय से मामले में स्टे मिलने के बाद गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई। बुधवार को आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा ने जिला अधिकारी कार्यालय व कुमाऊं आयुक्त कार्यालय में ज्ञापन देकर श्री कैंची धाम तहसील प्रशासन, जल निगम व राजस्व उपनिरीक्षक पर एकतरफा कार्रवाई किए जाने का आरोप लगाया। बताया कि मुकदमा दर्ज होने से तीन दिन पूर्व भी कुमाऊं आयुक्त को ज्ञापन देकर एकतरफा कार्रवाई का अंदेशा जताया गया था। पिछले दो वर्षों से लगातार विरोध किए जाने के बावजूद एकतरफा कार्रवाई की जा रही है आरटीआई कार्यकर्ता ने जिलाधिकारी व कुमाऊं आयुक्त से मामले में निष्पक्ष जांच कर न्यायोचित कार्रवाई की मांग उठाई है। आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह के अनुसार चौड़ा तोक के बहाने एक बिल्डर को पानी उपलब्ध कराने की रणनीति को किसी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा।