🔳 हाईवे पर कैंची समेत आसपास नियमों का धड़ल्ले से उल्लघंन
🔳 प्रशासन की जांच में चार मामले भी आ चुके हैं सामने
🔳 राजस्व उपनिरीक्षक ने उच्चाधिकारियों को भेजी रिपोर्ट
🔳 नियमों के उलट पट्टों पर संचालित हो रही व्यवसायिक गतिविधियां
🔳 बाहरी बिल्डरों से सांठगांठ कर दी जा रही सरकार के नियमों की बली
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित कैंची व आसपास के क्षेत्रों में बहुमंजिला निर्माण कार्यों की बाढ़ सी आ गई है। धड़ल्ले से हो रहे निर्माण कार्यों व पूर्व में हो चुके कार्यों में नियमों की भी तिलांजलि दी जा रही है। नियमों के विपरित कृषि व आवासीय पट्टों पर भी व्यवसायिक गतिविधियां संचालित होने से तमाम गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। राजस्व उपनिरीक्षक मोहम्मद शकील अहमद के अनुसार ऐसे कुछ मामलों की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है‌। नियमों के उल्लघंन पर जमीन सरकार के खाते में निहित करने का प्रावधान है।
हाईवे पर स्थित कैंची क्षेत्र में जिस तेजी से श्रदालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है उसी तेजी से कैंची व आसपास बहुमंजिला इमारतों का निर्माण भी हो रहा है। जहां एक ओर निर्माण कार्यों की जद में आकर जीवनदायिनी शिप्रा नदी सिकुड़ती जा रही है वहीं निर्माण कार्यों की आड़ में सरकार के नियमों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। पूर्व में खेती-बाड़ी व गरीबों को रहने के लिए सरकार से स्वीकृत कृषि व आवासीय पट्टों पर होटल, होम स्टे व होटलों का निर्माण कर डाला गया है। नियमों की धज्जियां उड़ाकर आवासीय व कृषि पट्टों पर धड़ल्ले से किए गए निर्माण कार्यों तथा अब व्यावसायिक गतिविधियां संचालित होने से तमाम गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल उठ रहे की जब सरकार ने वर्षों पूर्व कृषि कार्य व रहने के लिए आवासीय पट्टे आवंटित किए तो अब बाहरी बिल्डरों से सांठगांठ कर धड़ल्ले से जमीनों का स्वरुप बदल कैसे व्यवसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही है यही नहीं दबी जबान आवासीय व कृषि पट्टों के बाहरी बिल्डरों से एग्रीमेंट की भी चर्चा है। राजस्व उपनिरीक्षक मोहम्मद शकील अहमद के अनुसार पूर्व में हुई जांच में चार ऐसे मामले सामने आए हैं रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई है। आवासीय व कृषि पट्टों का उल्लघंन होने पर भूमि सरकार के खाते में दर्ज करने का प्रावधान है। जांच आगे भी जारी रहेगी।

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