🔳आड़ू, पूलम, खुमानी व नाशपाती के फल पेड़ों से गिरकर नष्ट
🔳रामगढ़ व बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों के किसान मायूस
🔳पहले ही बारिश न होने से फल उत्पादन में हुई है गिरावट
🔳अब मौसम के बिगड़े मिजाज ने तबाह किए किसानों के सपने
🔳पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने किसानों को मुआवजा दिए जाने की उठाई मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
मौसम का मिजाज पहाड़ के काश्तकारों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। बारिश न होने से पहले ही फल उत्पादक गांवों में कम पैदावार हुई थी अब अंधड़ ने बची कुची उपज को भी बर्बाद कर डाला। लगातार हो रहे नुकसान से किसान मायूस हो चुके हैं। पंचायत प्रतिनिधियों ने किसानों को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है।
बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के फल उत्पादन पट्टी के नाम से विख्यात गांवों में बीते रोज चले अंधड़ ने किसानों के सपने तबाह कर डाले। पहले ही समुचित बारिश न होने से गांवों में लगभग 90 प्रतिशत तक फलों का उत्पादन घट चुका है अब बीते शनिवार शाम को बिगड़े मौसम के मिजाज ने किसानों की किस्मत पर कुठाराघात कर दिया। रामगढ़ ब्लॉक के हली व हरतपा समेत आसपास के तमाम गांवों में अंधड़ से पेड़ों पर लगे आड़ू, पुलम, खुमानी व नाशपाती के फल जमीन पर गिर गए। पेड़ों पर लगे आधे तैयार हुए फल अंधड़ से गिर जाने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरा गई है। बेतालघाट ब्लॉक के बारगल, कफुल्टा व आसपास के गांवों के किसानों को अंधड़ से नुकसान पहुंचा है। अंधड़ थमने के बाद जब किसान बगीचों में पहुंचे तो वहां के हालत देख किसान मायूस हो गए। अंधड़ से हुए नुकसान से परेशान हुए किसान बार बार खुद की किस्मत को कोस रहे हैं। हली गांव निवासी फल उत्पादक किसान गोधन सिंह बिष्ट के अनुसार अंधड़ से बची-कुची उपज नष्ट हो गई है। उम्मीद थी की कम पैदावार में कुछ हद तक नुकसान कम होगा पर अंधड़ ने सब कुछ बर्बाद कर डाला। बारिश न होने से उपज के बेहतर न होने से बड़ी मंडियों से भी वाजिब दाम नहीं मिल रहे। ग्राम प्रधान हली ललित मोहन, गोधन सिंह बर्गली, लक्ष्मण सिंह मेहरा, तारा सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी, बिशन सिंह जंतवाल, शिवराज सिंह बिष्ट आदि ने किसानों को क्षति का मुआवजा दिए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।