🔳 बेतालघाट ब्लॉक के सिल्टोना गांव में खरीदी गई थी साढ़े सत्ताईस नाली जमीन
🔳 प्रायोजन पूरा न किए जाने पर प्रशासन ने जांच के बाद की कार्रवाई
🔳 जमीन स्वामी ने कमिश्नर व राजस्व बोर्ड में दी थी कार्रवाई को चुनौती
🔳 फैसला पक्ष में आने के बाद जमीन सरकार के खाते में दर्ज
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]

उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पत्नी की जमीन को राज्य सरकार की संपत्ति में निहित कर दिया गया है। मामला बेतालघाट ब्लॉक के सिल्टोना गांव से जुड़ा है। वर्ष 2007 में खरीदी गई लगभग साढ़े सत्ताईस नाली ( 0.555 हेक्टेयर ) जमीन पर सत्रह वर्ष बाद भी प्रायोजन के अनुसार कोई कार्य न होने पर जांच के बाद भूमि सरकार के खाते में दर्ज कर ली गई है। हालांकि मामले को लेकर कमिश्नर व राजस्व बोर्ड में भी अपील की गई थी पर वहां से भी आदेश को चुनौती नहीं मिल पाई। अब भूमि पर राज्य सरकार का अधिकार हो गया है।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद के कुंडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया यूपी की राजनीति में एक बड़ा नाम है। उत्तर प्रदेश के साथ ही कई प्रदेशों में राजा भैया बेशकिमती संपति के स्वामी हैं। राजनीति में भी उनकी गहरी पैठ मानी जाती है। बाहुबली विधायक के नाम से पहचान रखने वाले राजा भैया को उत्तराखंड सरकार ने तगड़ा झटका दे दिया है। वर्ष 2007 में बाहुबली विधायक की पत्नी भावनी सिंह ने बेतालघाट ब्लॉक के सिल्टोना गांव में करीब साढ़े सत्ताईस नाली कृषि भूमि का सौदा किया। खरीद फरोख्त के बाद जमीन पर तारबाड़ भी कर दी गई। बाहुबली विधायक राजा भैया से जुड़ा मामला होने से तब यह काफि चर्चा का भी विषय बना तथा आसपास के लोगों में दहशत भी बन गई। कभी किसी ग्रामीण ने उस जमीन पर पांव तक रखने की हिम्मत नहीं जुटाई। लंबे समय से जमीन पर प्रायोजन के अनुसार कोई कार्य न होने पर स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच कर जमीन को राज्य सरकार के खाते में दर्ज करने की कवायद शुरु कर दी। जमीन स्वामी ने राजस्व विभाग की कार्रवाई को कमिश्नर व राजस्व बोर्ड में भी चुनौती दी पर वहां से भी जमीन स्वामी केस हार गए। मामला पक्ष में आने के बाद अब प्रशासन ने साढ़े सत्ताईस नाली जमीन को राज्य सरकार के खाते में दर्ज कर दिया है। श्री कैंची धाम तहसील के उपजिलाधिकारी विपिन चंद्र पंत के अनुसार जांच पड़ताल के बाद अब जमीन पर राज्य सरकार का नियंत्रण हो चुका है। नियमानुसार जमीन सरकार के खाते में निहीत कर दी गई है।

नियमित जांच में हुआ मामले का खुलासा

बाहुबली विधायक से जुड़ा मामला होने पर प्रशासन ने भी हर कदम फूंक-फूंक कर रखा। पड़ोसी राज्य से विधायक राजा भैया की पत्नी ने वर्ष 2007 में खरीदी गई जमीन का प्रायोजन पूरा नहीं किया। कृषि भूमि पर कोई भी कार्य नही हुआ। कानूनगो नरेश असवाल के अनुसार नियमानुसार दो वर्ष तक जिस प्रायोजन के लिए जमीन खरीदी जाती है उसमें उसी प्रायोजानुसार कार्य होना चाहिए। ऐसे मामलों की नियमित जांच भी होती है। जांच में ही कुंडा विधायक की पत्नी की सिल्टोना स्थित जमीन पर वर्षों बाद भी कार्य न होने का खुलासा हुआ। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर आवश्यक कार्रवाई कर जमीन सरकार के अधीन करने की प्रक्रिया शुरु की गई।

खरीदी गई जमीन का उद्देश्य बदलने वाले रडार पर

सरकार के बीते दिनों खरीदी गई जमीनों का उद्देश्य बदलने वालों पर कार्रवाई के आदेश के बाद अब ऐसे कई मामले सामने आने का अंदेशा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बीते दिनों बेतालघाट दौरे में भी इस बात को दोहरा चुके हैं की जमीनों का उद्देश्य बदलने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे में श्री कैंची धाम तहसील प्रशासन ने भी जांच के लिए कमर कस ली है। तहसील के प्रत्येक क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर खरीदी गई जमीनें प्रशासन के रडार पर है। एसडीएम विपिन चंद्र पंत के अनुसार जांच करवाई जा रही है। भूमि का उद्देश्य बदलने वालों की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को उपलब्ध कराई जाएगी। उच्चाधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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