🔳 ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव के बाद अब भाजपा नेता ने खोला मोर्चा
🔳 बगैर टेंडर प्रक्रिया अपनाएं कार्य आवंटन पर जताई नाराजगी
🔳 कई गांवों की उपेक्षा पर भी उठाए गंभीर सवाल
🔳 रामगढ़ ब्लॉक की तर्ज पर टेंडर प्रक्रिया से कार्य कराने की उठाई मांग
🔳 निष्पक्ष ढंग से कार्य न होने पर जांच पर दिया जोर
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक में आपदा मोचन निधी के बगैर टेंडर लगाए कार्य आवंटित किए जाने व कई गांवों की उपेक्षा का मामला तूल पकड़ गया है। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव के मामले में गंभीर सवाल खड़े के बाद अब भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने भी मोर्चा खोल दिया है। भाजपा नेता ने आपदा संबंधित कार्यों को बगैर टेंडर से स्वीकृत करने पर नाराजगी व्यक्त कर निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है। दो टूक कहा की अनियमितता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बेतालघाट ब्लॉक के गांवों में बीते वर्षों में आपदा से हुए नुकसान की भरपाई को आपदा मोचन निधी से लगभग 16 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी के बगैर टेंडर चहेतों को कार्य देने व तमाम गांवों में नुकसान के बावजूद बजट उपलब्ध न कराकर उपेक्षा का आरोप लगाने व रामगढ़ ब्लॉक की तर्ज पर टेंडर प्रक्रिया से कार्य करवाने की मांग उठाए जाने के बाद अब भाजपा नेता ने भी मामले में नाराजगी व्यक्त कर दी है। भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दिलीप सिंह बोहरा के अनुसार प्रदेश भर में जीरो टॉलरेंस के तहत कार्य करवाए जा रहे हैं ऐसे में आपदा मोचन निधी के बगैर टेंडर प्रक्रिया के कार्य आवंटित कराए जाना समझ से परे है जब रामगढ़ ब्लॉक में निष्पक्ष प्रक्रिया के तहत कार्यों के टेंडर लगवाए गए हैं तो बेतालघाट ब्लॉक में टेंडर प्रक्रिया न अपनाया जाना गलत है। भाजपा नेता के अनुसार पंचायती चुनाव नजदीक है ऐसे में पंचायतों की उपेक्षा भी ठिक नहीं है। दिलिप सिंह बोहरा ने नियमों के तहत टेंडर प्रक्रिया के अनुसार ही कार्य करवाए जाने पर जोर दिया है। साफ कहा की यदि अनियमितता की गई तो फिर जिलाधिकारी समेत उच्चाधिकारियों को मामले की जांच को पत्राचार भी किया जाएगा।