🔳 अलग अलग राज्यों व शहरों से पहुंचे भक्तों ने भीड़ देखकर जताई हैरानी
🔳 बोले – आस्था का ऐसा व्यवस्थित सैलाब देखा नहीं पहले
🔳 प्रतिवर्ष स्थापना दिवस पर बाबा के धाम पहुंचने का लिया संकल्प
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]]

स्थापना दिवस पर देश के अलग अलग कोने से बाबा भक्त कैंची धाम पहुंचे। सुबह से भीड़ के बावजूद कतारबद्ध होकर बाबा के दर पर मत्था टेका। दूर दराज से पहुंचे बाबा भक्त कैंची धाम में आस्था का ऐसा सैलाब देखकर हैरान रह गए। बाबा के प्रति अगाध आस्था देखकर दोबारा आने का संकल्प भी लिया। कहा की ऐसा लगता है मानो बाबा नीब करौरी खुद सभी व्यवस्थाएं संभाले हुए हैं। भक्तों ने कुछ ऐसे अपने विचार साझा किए।

उज्जैन से पहुंची शिल्पी ने कहा

बाबा भक्तों में गजब का उत्साह देखकर में हैरान हूं। भारी भीड़ के बावजूद सब कुछ व्यवस्थित। पहली बार कैंची धाम पहुंची हूं पर अब प्रत्येक वर्ष स्थापना दिवस पर कैंची धाम जरुर आऊंगी। बाबा के काकड़ीघाट, हनुमानगढ़ी व भूमियाधार आश्रम भी जाऊंगी।

मध्यप्रदेश की पूजा ने कहा

पहली बार बाबा के धाम पहुंची हूं। कहीं कोई परेशानी नहीं हुई। यहां पहुंचकर बहुत अच्छा लगा। भारी भीड़ देखकर हिम्मत जवाब दे गई पर आश्रम में प्रवेश को लाइन में लगी तो आसानी से आश्रम के अंदर पहुंच गई। बस नीम करौरी बाबा की ही कृपा है।

लखनऊ के राघवेंद्र त्रिपाठी ने कहा

बाबा के धाम में अलौकिक शक्ति है। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सुव्यवस्थित ढंग से आश्रम में पहुंच रहे हैं। इतनी भीड़ में व्यवस्था बनाना आसान नहीं है। बाबा खुद ही व्यवस्था की कमान संभाले है। परिवार के साथ आया हूं। कहीं भी रत्ती भर परेशानी नहीं हुई।

एमपी से पहुंची दीपिका बोली

अद्भुत व अलौकिक है बाबा नीम करौरी का धाम। समिति संसाधनों के बावजूद सब कुछ दुरुस्त है। बाबा के धाम पहुंचने में कहीं कोई परेशानी नहीं हुई। स्थापना दिवस के विषय में पता चला तो मन में तमाम सवाल उठे पर बाबा के आर्शीवाद से सब कुछ आसान होता चला गया।

बागेश्वर की चंद्रा भाकुनी ने कहा

प्रत्येक वर्ष स्थापना दिवस पर आना होता है। कभी कोई परेशानी नहीं हुई। भारी भीड़ के बावजूद आसानी से बाबा के दर पर मत्था टेकते हैं। इस बार व्यवस्थाएं और बेहतर है।

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