🔳 कोसी नदी में फंसे दो गौवंशीय पशुओं को सुरक्षित निकाला बाहर
🔳 तेज बहाव के बीच नदी में उतरे एसडीआरएफ व पुलिस के जवान
🔳 दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बामुश्किल मिली सफलता
🔳 पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने की रेस्क्यू टीम की सराहना
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]

नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद की सीमा पर रानीखेत पुल के ठिक नीचे कोसी नदी के तेज बहाव में फंसे दो गौवंशीय पशुओं के लिए एसडीआरएफ छड़ा ईकाई व खैरना पुलिस की टीम देवदूत बन गई। विशेष रेस्क्यू अभियान के दौरान दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बामुश्किल दोनों पशुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। दोनों टीमों के मिलजुल कर चलाए गए अभियान पर पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने सराहना की।
मध्यरात्रि से शुरु हुई बारिश से कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से खैरना क्षेत्र में अल्मोड़ा व व नैनीताल जनपद की सीमा पर स्थित रानीखेत पुल के ठिक नीचे दो गौवंशीय पशु फंस गए। खैरना से छड़ा बाजार की ओर लौट रहे व्यापारी नेता विरेन्द्र सिंह बिष्ट ने मामले की सूचना एसडीआरएफ व खैरना चौकी में दी। सूचना पर चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार व एसडीआरएफ छड़ा ईकाई के प्रभारी राजेश जोशी मय टीम मौके पर पहुंचे। बगैर समय गवांए रेस्क्यू अभियान शुरु किया गया। एसडीआरएफ व पुलिस की टीम के सदस्यों ने कोसी नदी के तेज बहाव के बीच नदी में उतर खुद की जान जोखिम में डाल अभियान आगे बढ़ाया। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बामुश्किल गोवंशीय पशुओं को सुरक्षित बाहर निकाल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। क्षेत्र के व्यापारियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने दोनों टीमों के अभियान की सराहना की। इस दौरान एसडीआरएफ एसआई संतोष सीवान परिहार, नवीन कुंवर, राजेंद्र सती, जगमोहन सिंह, विक्रम सिंह, प्रयाग जोशी, जीवन सिंह आदि मौजूद रहे।