🔳 बेतालघाट स्थित महाविद्यालय में हुई विश्व स्वास्थ्य दिवस पर हुई कार्यशाला
🔳 स्वास्थ्य से संबंधित बिमारियों के प्रकार व जुड़े आंकड़े किए गए पेश
🔳 बेहतर भविष्य के लिए निरोगी काया को बताया गया जरुरी
🔳 एंटी ड्रग सेल व यूथ रेड क्रॉस सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
शहीद खेमचंद डौर्बी राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट में एंटी ड्रग सेल व यूथ रेड क्रॉस सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर हुई कार्यशाला में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। स्वास्थ्य से संबंधित बीमारियों के प्रकार व उनसे जुड़े आंकड़े साझा किए गए। वक्ताओं ने स्वस्थ शरीर को सफलता की पहली सीढ़ी करार दिया।
सोमवार को महाविद्यालय सभागार में कार्यशाला का शुभारंभ प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकर ने मां सरस्वती के चित्र के समीप दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्राचार्य ने कहा कि ज्ञान दो प्रकार के होते हैं पहला सूचनात्मक तथा दूसरा व्याख्यात्मक। स्वस्थ रहने के लिए हमें मूल से जुड़ना होगा। मूल से जुड़े बिना हम स्वस्थ नहीं रह सकते। बताया की मनुष्य को दिनचर्या, ऋतुचार्य व ब्रह्मचर्या का पालन करना चाहिए। सूर्योदय से पूर्व उठकर दैनिक कार्यों से निवृत होकर व्यायाम करना, पूरे दिन का व्यवस्थित कार्यक्रम बनाकर भोजन, अध्ययन करना, खेलने का समय निश्चित करना, स्वस्थ मनोरंजन के लिए भी कुछ समय निश्चित करना आदि दिनचर्या है। ऋतुचार्या का अर्थ ऋतु के अनुसार फल सब्जियों व अन्य पदार्थों का सेवन करना तथा ब्रह्मचर्या का अर्थ है विचारों को सात्विक रखना स्वाध्याय करना, ईश्वरोपासना करना। दर्शन हो परंतु प्रदर्शन न हो। प्राचीन व आधुनिक का समन्वय रखना । इन सभी को यदि जीवन में अपना लिया जाए तो कोई भी मनुष्य बीमार नहीं हो सकता । कार्यक्रम संयोजक डा. ईप्सिता सिंह ने रेड क्रॉस की स्थापना से जुड़े तथ्यों को साझा किया । डा. तरुण कुमार आर्या ने विश्व स्वास्थ्य संगठन व तीसरी दुनिया में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन डा. दीपक ने किया। उन्होंने स्वास्थ्य से संबंधित बीमारियों के प्रकार एवं उनसे जुड़े आंकड़े साझा किये संबंधी। बबीता करगेती ने स्वास्थ्य पर कविता पाठ किया, निधि तिवारी ने महिला स्वास्थ्य पर जानकारी दी गई। रजनी आर्या ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना व वर्ष 2025 की थीम – स्वस्थ्य शुरुआत आशापूर्ण भविष्य पर प्रकाश डाला । इस दौरान डा. जयति दीक्षित, ममता पांडे, यूथ रेड क्रॉस इकाई के छात्र- छात्राएं मौजूद रहे।