🔳 डेढ़ किमी दूर से सिर पर बर्तनों को रख ढो रहे पानी
🔳 जल जीवन मिशन योजना से भी शुरु नहीं हो सकी है पानी की आपूर्ति
🔳 योजना निर्माण को एक वर्ष का लंबा समय बीता
🔳 गांव के 90 परिवार लंबे समय से झेल रहे परेशानी
🔳 आपूर्ति सुचारु न किए जाने से गांव के बाशिंदों में रोष
[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]
बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के सूदूर गांवों में पेयजल व्यवस्था से ग्रामीण हलकान है। लाखों करोड़ों रुपयों की सरकारी धनराशि से बनी जल जीवन मिशन योजना से भी लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा। मजबूरी में ग्रामीण दूर दराज स्थित प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी ढोने को मजबूर हैं। महत्वाकांक्षी योजनाओं से पेयजल उपलब्ध न होने गांव के बाशिंदों का पारा भी चढ़ने लगा है।
रामगढ़ ब्लॉक के सूदूर धूरा गांव के 90 से अधिक परिवार बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं। वर्षों पूर्व हरतोला स्थित प्राकृतिक जल स्रोत से बनी योजना से समुचित पेयजल उपलब्ध न होने पर गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत नई पेयजल योजना का निर्माण किया गया। लगभग एक वर्ष पूर्व लाखों रुपये की सरकारी धनराशि से योजना बनकर तैयार भी हो गई। उम्मीद थी की गांव में पानी का संकट खत्म हो सकेगा पर हालातों में सुधार नहीं हो सका। योजना निर्माण को एक वर्ष का लंबा समय बीतने के बावजूद ग्रामीणों के घरों में पानी की बूंद तक नहीं टपक रही। मजबूरी में गांव के बाशिंदे डेढ़ किमी दूर स्थित पनौरा प्राकृतिक जल स्रोत से पानी ढो रहे हैं। जल जीवन मिशन की योजना से पानी उपलब्ध न होने पर ग्रामीणों ने गहरी नाराजगी जताई है। आरोप लगाया है की भारी भरकम बजट खर्च होने के बाद भी योजना लाभ नहीं मिल पा रहा। ग्रामीणों ने मामले की जांच की मांग भी उठाई है। स्थानीय रमेश चंद्र, सुनील कुमार, नवीन, भास्कर, दीपक, नीरज, प्रेम कुमार ने जल्द व्यवस्था में सुधार न होने पर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है। जल संस्थान के सहायक अभियंता सुभाष गंगोला के अनुसार पेयजल निगम पंपिंग योजना निर्माण का कार्य कर रही है। कार्य पूरा होते ही आपूर्ति सुचारु कर दी जाएगी।