🔳 अधिकांश इंटर कॉलेजों में व्यवस्था संभाल रहे प्रभारी प्रधानाचार्य
🔳 समुचित शिक्षकों की तैनाती न होने से एकल शिक्षक के भरोसे कई विद्यालय
🔳 लगातार बिगड़ रहे व्यवस्था पर अभिभावकों व क्षेत्रवासियों में नाराजगी
🔳 शिक्षा विभाग पर गांवों के बच्चों की उपेक्षा का आरोप
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]

बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में स्थित विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है। शिक्षकों की कमी के साथ ही अब स्कूलों में प्रधानाचार्यो के पद भी रिक्त हो चुके हैं बामुश्किल प्रभारी प्रधानाचार्या के जिम्मे विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी हवलदार प्रसाद के अनुसार स्थाई प्रधानाचार्या की तैनाती को उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है।
पहाड़ के लोग पहाड़ जैसी समस्याओं से घिरे हैं। नौनिहालों को शिक्षित करने के अभिभावकों के सपनों पर भी ग्रहण लगता जा रहा है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी एक बड़ी समस्या बन चुकी है। एकल शिक्षक के भरोसे विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं ऐसे में शिक्षा व्यवस्था का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। स्थित इतनी बिगड़ चुकी है की इंटर कॉलेजों में प्रधानाचार्य तक का पद खाली है। प्रभारी प्रधानाचार्यो के भरोसे विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। ऐसे में अब अभिभावकों व क्षेत्रवासियों में नाराजगी भी बढ़ते जा रही है। जीआइसी रातीघाट, धनियाकोट, ताड़ीखेत, खैरना, लोहाली, ऊंचाकोट, गरजोली, तल्ली सेठी, हल्सों कोरण, सिमलखा, बेतालघाट समेत तमाम विद्यालयों में प्रभारी प्रधानाचार्य व्यवस्था संभाले हुए हैं। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी ने शिक्षा विभाग की व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त की है। आरोप लगाया है की शिक्षा विभाग गांवों की उपेक्षा पर आमादा है। उन्होंने जल्द शिक्षकों व प्रधानाचार्यो की तैनाती किए जाने की मांग उठाई है। खंड शिक्षा अधिकारी हवलदार प्रसाद के अनुसार रिक्त शिक्षकों व प्रधानाचार्यो के पदों के विषय में उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है।