🔳 दशकों पुरानी लाइनों से संयोजन लेने को दबाव बनाने का आरोप
🔳 जल जीवन मिशन योजना की ग्रामीणों को जानकारी उपलब्ध कराने की उठाई मांग
🔳 जेजेएम समिति सिमराड़ गांव के सदस्य ने उठाया मुद्दा
🔳 जानकारी उपलब्ध न होने से योजना के क्रियान्वयन में मनमानी पर जताई नाराजगी
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

रामगढ़ ब्लॉक के सिमराड़ गांव की जल जीवन मिशन समिति सदस्य ने योजना से संबंधित जानकारी गांवों के लोगो से साझा किए जाने की मांग उठाई है। आरोप लगाया है की लाखों करोड़ों रुपये की सरकारी धनराशि खर्च होने के बावजूद वर्षों पुरानी योजना व नलों से पानी की आपूर्ति की जा रही है। सही जानकारी न होने से गांव के बाशिंदे पुरानी लाइनों से ही पानी लेने को मजबूर हैं। समिति सदस्य ने योजना से संबंधित सभी जानकारी ग्रामीणों तक पहुंचाने को गांवों में शिविर लगाए जाने पर जोर दिया है।
गांवों में पेयजल संकट खत्म करने को केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना से लाखों करोड़ों रुपये की लागत से योजनाओं का कार्य गतिमान है। कई गांवों में कार्य अंतिम चरण में भी पहुंच गया है। योजना के संबंध में ग्रामीणों को समुचित जानकारी उपलब्ध न होने पर रामगढ़ ब्लॉक के सिमराड़ गांव में बनी जल जीवन मिशन समिति सदस्य भुवन गुणवंत ने तमाम सवाल खड़े कर दिए है। समिति सदस्य के अनुसार गांव के बाशिंदों को करोड़ों रुपये की लागत से बन रही योजना के संबंध में कोई भी सही जानकारी उपलब्ध नहीं है। जगह जगह पुराने नलों व लाइन से ही पानी की आपूर्ती की जा रही है। गांव के बाशिंदे नया कनेक्शन लेना भी चाह रहे हैं तो दशकों पुरानी लाइन से ही कनेक्शन लेने का दबाव बनाया जा रहा है। सवाल उठाया है की जब भारी भरकम बजट से नई योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है तो पुरानी लाइन से कनेक्शन आखिर क्यों उपलब्ध कराया जा रहा है। समिति सदस्य ने गांवों में शिविर लगाकर योजना से संबंधित सभी जानकारी ग्रामीणों को उपलब्ध कराने की मांग उठाई है ताकी गांव के बाशिंदों को अपने अधिकार व योजना के बारे में सटीक जानकारी उपलब्ध हो सके।