🔳 कोसी घाटी में लगभग बीस उपखनिज पट्टों से होगी निकासी
🔳 खनन विभाग ने सीमांकन प्रक्रिया की पूरी
🔳 सीमांकन प्रक्रिया में भी किसानों व क्षेत्रवासियों को विश्वास न लेने का आरोप
🔳 सीसीटीवी, धर्मकांटा व वाहनों में जीपीएस सिस्टम स्थापित किए जाने की मांग
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]

बरसात निपटने के बाद अब कोसी घाटी में खनन की तैयारी तेज हो गई। खनन विभाग ने नदियों में सीमांकन कर आगे की तैयारी शुरु कर दी है। इस वर्ष कोसी नदी में लगभग बीस से ज्यादा उपखनिज पट्टे संचालित होने की उम्मीद है। आधी अधूरी तैयारी के साथ उपखनिज निकासी की कवायद से तमाम गंभीर सवाल भी खड़े हो गए हैं। खनन अधिकारी ताजवर सिंह के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई पूरी होने के बाद ही पट्टे संचालित करवाए जाएंगे।
कोसी नदी में खनन विभाग ने उपखनिज पट्टों से खनन की तैयारी शुरु कर दी है। संयुक्त निरीक्षण के बाद सीमांकन भी कर लिया गया है। सीमांकन प्रक्रिया में भी गांव के लोगों व चयनित उपखनिज पट्टों के आसपास की भूमि के किसानों को विश्वास में न लेकर सीमांकन किए जाने पर सवाल खड़े होने के बाद अब आधी अधूरी तैयारी के साथ खनन प्रक्रिया की कवायद शुरु होने पर ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त की है। पट्टों के आसपास सीसीटीवी, धर्मकांटा व वाहनों में जीपीएस लगवाए जाने के नियम होने के बावजूद अनदेखी होने से लोगों ने संबधित विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए है। आरोप लगाया है की नियमों की अनदेखी से अवैध खदान की आंशका को बल मिलना लाजमी है। चयनित उपखनिज पट्टों के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगवाने, धर्मकांटा स्थापित करवाने तथा वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगवाए जाने पर जोर दिया है। खनन अधिकारी ताजवर सिंह के अनुसार सीमांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। लगभग बीस उपखनिज पट्टे संचालित किए जाएंगे। सभी आवश्यक नियम पूरे करवाए जाने के बाद ही निकासी शुरु करवाई जाएगी।