🔳 खैरना से तहसील मुख्यालय तक जूलूस निकाल गरजेंगे पदाधिकारी व सदस्य
🔳 बैठक कर बनाई गई आंदोलन की रणनीति
🔳 लगातार उपेक्षा का आरोप लगा जताई नाराजगी
🔳 मालिकाना हक मिलने तक पीछे न हटने पर दिया गया जोर
🔳 एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर बताईं आंदोलन की रुपरेखा
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
लंबे संघर्ष के बाद भी जमीनों पर मालिकाना हक न मिलने से नाराज़ संघर्ष समिति ने अब आंदोलन को धार देने की तैयारी तेज कर दी है। मालिकाना हक संघर्ष समिति ने श्री कैंची धाम तहसील को ज्ञापन सौंपकर आगामी 26 मार्च को खैरना से तहसील तक जूलूस निकालने व धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है। समिति सदस्यों के अनुसार मालिकाना हक मिलने तक संघर्ष लगातार जारी रहेगा।
मंगलवार को मालिकाना हक संघर्ष समिति अध्यक्ष एस लाल की अगुवाई में हुई समिति की बैठक में कई अहम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा की वर्ष 1930 के आसपास सरकार ने अनुसुचित जाति के परिवारों को भूमि आवंटित की। लंबा समय बीतने के बावजूद आज भी भूमि नॉन जेएड ए श्रेणी चार व पांच में दर्ज है। जमीनों पर भूमिधरी अधिकार न मिलने से गांवों के लोग परेशान है। लगातार मालिकाना हक देने की मांग भी की गई पर आज तक सुनवाई नहीं हो सकी जिस कारण किसान सरकारी योजनाओं से वंचित हैं। बच्चों को प्रमाण पत्र आदि बनाने में भी तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। समिति पदाधिकारियों व सदस्यों ने उपेक्षा का आरोप लगा नाराजगी भी जताई। आंदोलन को तेज करने का प्रस्ताव भी पास किया गया। सर्वसम्मति से तय हुआ की आगामी 26 मार्च को खैरना से तहसील मुख्यालय तक जूलुस निकाल तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान हरिनगर हरतोला पंपिंग पेयजल योजना का कार्य जल्द पूरा करने तथा बेतालघाट से दिल्ली तक रोडवेज बस सेवा शुरु कराने का मुद्दा भी जोर शोर से उठाया जाएगा। कार्यक्रम से संबंधित ज्ञापन एसडीएम विपिन चंद्र पंत को सौंपा गया। इस दौरान पूर्व दर्जा राज्यमंत्री पीसी गोरखा, ललित प्रसाद, गणेश आर्या, प्रेम पथिक समेत समिति से जुड़े कई सदस्य मौजूद रहे।