🔳जैव विविधता दिवस को जैव संरक्षण के रुप में मनाने का आह्वान
🔳जैव विविधता पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में अहम
🔳खेम चंद्र डौर्बी महाविद्यालय में एनएसएस के तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम
🔳एनएसएस स्वयंसेवियों ने आंतकवाद मुक्त भारत पर बनाए पोस्टर
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

शहीद खेमचंद्र डौर्बी राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में आतंकवाद विरोधी दिवस व जैव विविधता दिवस मनाया गया। वक्ताओं ने विद्यार्थियों से जैव विविधता दिवस को जैव संरक्षण के रुप में मनाने का आह्वान किया साथ ही आतंकवाद को कम करने के लिए शिक्षा को महत्वपूर्ण बताया।
महाविद्यालय सभागार में कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकर ने मां सरस्वती के चित्र के समीप दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्राचार्य ने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत आतंकवाद की समस्या से जूझता रहा है। आतंकवाद का मूल कारण व्यक्ति के स्वयं का अहंकार है जो कि उसे समाज विरोधी कार्यों की ओर ले जाता है। जैव विविधता दिवस को जैव संरक्षण के रूप में मनाने का आह्वान किया। कहा कि जीव हिंसा की प्रवृत्ति जीवों की प्रजातियों के नष्ट होने का कारण बनती है। वनों का संरक्षण होगा तभी जीव रक्षा सम्भव है। डा. दीपक ने एनएसएस की छात्रा इकाई को आतंकवाद विरोधी दिवस व जैव विविधता दिवस के महत्व को स्पष्ट किया। एनएसएस प्रभारी ममता पांडे ने कहा की जैव विविधता पारिस्थितिक तंत्र को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाता है। डा. तरुण कुमार आर्या ने जैव विविधता जल, जंगल, जीव व जल के महत्व पर प्रकाश डाला। डा. ईप्सिता सिंह ने कहा की समाज में सौहार्द्रता न होने के कारण अलगाववाद का जन्म होगा और यही कारण आतंकवाद को बढ़ावा देता है ऐसी स्थितियों से समाज को बचना चाहिए | छात्राओं ने आतंकवाद मुक्त भारत पर पोस्टर बनाकर विचार व्यक्त किए | इस दौरान डा. भुवन मठपाल, गरिमा पांडे, दिनेश जोशी, सपना आर्या, डा. फरजाना अजीम, भाष्करानंद पंत, मुकेश, ललित मोहन, प्रेमा देवी, अनिल नाथ, मनीषा, हिमानी, कविता, लक्ष्मी, गीता, अंजलि, सीमा आदि मौजूद रहे।