🔳 अवैध कब्जा ध्वस्त करने व अतिक्रमणकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
🔳उपजिलाधिकारी को भेजा हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन
🔳अस्थाई दुकान की आड़ में वन पंचायत की जमीन पर कब्जे का आरोप
🔳कार्रवाई न होने पर आंदोलन की दी चेतावनी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

तमाम गांवों को जोड़ने वाले भुजान – रिची बिल्लेख मोटर मार्ग पर वन पंचायत की भूमि पर अतिक्रमण किए जाने से पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों का पारा चढ़ गया है। एसडीएम को ज्ञापन भेज अतिक्रमण ध्वस्त करने तथा अतिक्रमण करने वाले अराजक तत्व के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है। आरोप लगाया की मिलीभगत से अतिक्रमणकारी ने वन पंचायत की जमीन पर अवैध खदान कर भवन निर्माण कार्य कर डाला है‌।
राज्य सरकार ने अवैध अतिक्रमण पर शिकंजा कसने को अभियान चलाया है। आए दिन जेसीबी मशीनों से अतिक्रमण ध्वस्त किए जा रहे हैं। वहीं विशालकोट वन पंचायत की भूमि पर अतिक्रमण कर अराजक तत्व के हौसले बुलंद हो चुके हैं। बेखोफ हो चुके अतिक्रमणकारी ने वन पंचायत की जमीन पर रातों रात खदान कर अब भवन निर्माण का कार्य भी शुरु कर डाला है। शुक्रवार को वन पंचायत सरपंच गोपाल सिंह, ग्राम प्रधान नीमा देवी समेत तमाम ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन भेज बताया है की डाब गांव निवासी बचे सिंह कार्की पिछले कुछ समय से गडखिया बरसाती नाले के नजदीक खोमचा लगाकर चाय की दुकान चला रहा है। बचे सिंह ने कुछ दिन से वन पंचायत की भूमि पर खदान कर अतिक्रमण कर डाला है। अतिक्रमणकारी के हौंसले इतने बुलंद हो चुके हैं की अब वह पक्के भवन व दुकान के निर्माण पर आमादा हो चुका है। ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी से मामले को गंभीरता से ले अतिक्रमणकारी के खिलाफ वन पंचायत की भूमि कब्जाने पर मुकदमा दर्ज करने व अतिक्रमण ध्वस्त किए जाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है की यदि जल्द अतिक्रमण ध्वस्त नहीं किया गया तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। ज्ञापन में दीवान सिंह, बहादुर सिंह, सुंदर सिंह, उम्मेद सिंह, प्रकाश सिंह, आन सिंह,चंदन सिंह, गोपाल सिंह, कृपाल सिंह, प्रेम सिंह, प्रताप सिंह, मदन सिंह, दीवान सिंह,पान सिंह, नीमा देवी, गीता करायत, नीमा करायत, संतोषी देवी आदि के हस्ताक्षर हैं।