🔳 पति की जगह पिता का नाम इस्तेमाल कर जमीनों की खरीद का अंदेशा
🔳 अभिलेखों में गड़बड़ी कर प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने वालों पर कसा जाएगा शिकंजा
🔳 प्रशासन ने शुरु की गहनता से जांच
🔳 मामला पकड़े जाने पर राज्य सरकार के खाते में दर्ज होगी जमीन
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]
कृषि भूमि के नाम पर जमीन की खरीद कर उद्देश्य बदलने वालों के खिलाफ शिंकजा कसे जाने के बाद अब प्रशासन ने अभिलेखों में गड़बड़ी कर धूल झोंकने वालों की कुंडली खंगालनी शुरु कर दी है। नियमों के उलट पति की जगह पिता का नाम इस्तेमाल कर अधिक जमीन खरीदने वाले भी प्रशासन के जांच के दायरे में है। राजस्व निरीक्षक नरेश असवाल के अनुसार ऐसे लोगों की भी जांच की जा रही है जिन लोगों ने अभिलेखों में बदलाव कर जमीन की खरीद फरोख्त की है।
प्रदेश में कृषि भूमि के नाम नियमों का उल्लघंन कर जमीनों की खरीद फरोख्त कर उद्देश्य बदल रिसोर्ट व होटल बनाने वालों के खिलाफ शिंकजा कसे जाने के बाद पर्वतीय क्षेत्रों में कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे मामलों में कई बड़े नाम भी सामने आए हैं जिन्होंने नियमों का उल्लघंन कर जमीनों की खरीद फरोख्त की है। ऐसे कई मामलों के सामने आने के बाद अब प्रशासन ने अभिलेखों में बदलाव कर नियमों का उल्लघंन करने वालों को जांच के घेरे में ले लिया है। हालांकि अभी ऐसे मामलों का खुलासा नहीं हुआ है फिर भी प्रशासन हर कदम फूंक-फूंक कर रख जांच में जुटा है। नियमानुसार बाहरी लोग उत्तराखंड राज्य में सवा नाली से अधिक जमीन नहीं खरीद सकते। नियमों के आड़े आने पर बाहरी लोगों ने पत्नी के नाम से जमीन की खरीद की और पति की नाम की जगह पिता के नाम का इस्तेमाल कर पते में भी बदलाव कर लिया। श्री कैंची धाम तहसील के राजस्व निरीक्षक नरेश असवाल के अनुसार अभिलेखों की भी गहनता से जांच की जा रही है। हालांकि अभी ऐसे मामले सामने नहीं आए हैं फिर भी अहतियातन हर बिंदु को ध्यान में रख जांच जारी है।