🔳 कोसी नदी का बहाव तेज होने पर बढ़ जाता है खतरा
🔳 पूर्व में किए गए कार्य बाढ़ की चपेट में आकर हो चुके हैं जमींदोज
🔳 कोसी नदी के तट पर स्थित है प्रसिद्ध आश्रम व मंदिर
🔳 शिप्रा व कोसी नदी के संगम पर स्थित मोक्ष धाम में भी सुरक्षात्मक कार्य नदारद
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
जीवनदायिनी कोसी व उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी के संगम पर स्थित ऐतिहासिक सोमवारी आश्रम के आसपास बाढ़ सुरक्षा कार्य न होने से भविष्य में नदियों का उफान बढ़ने से आश्रम के खतरे की जद में अंदेशा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने आश्रम व संगम के आसपास बाढ़ सुरक्षा कार्य करवाए जाने की मांग उठाई है। ताकी भविष्य में खतरा टाला जा सके।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खैरना क्षेत्र में कोसी व पवित्र शिप्रा नदी के संगम तट पर सुप्रसिद्ध सोमवारी आश्रम स्थित है।दूर दराज के क्षेत्रों से लोग पूजा अर्चना को सोमवारी आश्रम पहुंचते हैं। मंदिर में समय समय पर धार्मिक अनुष्ठान भी होते हैं। सोमवारी आश्रम के नदी तट की ओर बाढ़ सुरक्षा कार्यों के न होने से मंदिर व आश्रम पर खतरा बढ़ता ही जा रहा है। पूर्व में हुए बाढ़ सुरक्षा कार्य नदी के तेज बहाव में आकर जमींदोज हो चुके हैं। समीप ही मोक्ष धाम में भी सुरक्षा के कोई उपाय नहीं है जिससे अंत्येष्टि को पहुंचने वाले लोगों को भी खतरे का सामना करना पड़ता है। स्थानीय शिवराज सिंह, दिनेश बिष्ट, प्रताप सिंह गौणी, विरेन्द्र सिंह, गजेंद्र सिंह, मनोज बिष्ट आदि ने आश्रम व मंदिर के आसपास तथा मोक्ष धाम क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा कार्य करवाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।