🔳 पहले रानीखेत के सौनी फिर हल्द्वानी हाईवे पर सुयालबाड़ी के पास भिड़ाया लीसा लदा कैंटर
🔳 मैदानी क्षेत्रों की तर्ज पर पहाड़ में रामपुर के लीसा तस्करों अपनाया हमले का नया तरीका
🔳 घटना से मचा पूरे क्षेत्र में हड़कंप
🔳 152 अवैध टीन लीसा बरामद, तस्कर फरार
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]

पहाड़ में भी तस्कर वन कर्मियों पर हमले को मैदानी तौर तरीके अपनाने लगे हैं। रानीखेत के सौनी क्षेत्र में पहले दबिश को पहुंचे वन कर्मियों को कुचलने की कोशिश की गई। नाकाम होने पर लगभग 45 किमी तक दौड़ाने के बाद पीछा कर रहे वन कर्मियों के सरकारी वाहन से सुयालबाडी के पास अवैध लीसा भरा टैंकर भिड़ा दिया गया। भिड़ंत का मौका उठा लीसा तस्कर अंधेरे में फरार हो गए। मदद को पहुंची खैरना पुलिस ने वन कर्मियों के साथ लीसे के 152 अवैध टिन बरामद किया। कैंटर रामपुर के किसी प्रभावशाली का बताया जा रहा है
मामला गुरुवार की मध्यरात्रि बाद करीब सवा एक बजे की है। लीसा तस्करी का पता लगने पर वन क्षेत्राधिकारी तापस मिश्रा ने टीम के साथ सौनी तिराहा पर डेरा डाला। तभी कैंटर यूपी 22टी 7096 को रोकने का प्रयास किया ताे वन कर्मियों को कुचलने का प्रयास कर चालक तेजी से वाहन को रिची तिराहा की ओर दौड़ा ले गया। वन कर्मियों ने भी अपने वाहन से पीछा किया। तस्कर वाया मंडलकोट, कुंजगढ़, भुजान होकर करीब 35 किमी दूर खैरना पहुंचे। वहां से कैंटर को अल्मोड़ा की तरफ दौड़ा दिया। हाईवे पर काकड़ीघाटी व सुयालबाड़ी के बीच लगभग 10 किमी दूर कैंटर को न्यूट्रल छोड़ फरार हो गए। भिड़ंत में विभागीय वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। मौके से जब्त अवैध लीसे के टिन गनियाद्योली डिपो पहुंचा दिए गए हैं। बाजार में लीसे की कीमत करीब दो लाख रुपये आंकी गई है। वन कर्मियों से बचने को कैंटर के साथ दिल्ली नंबर की कार भी रेकी कर चल रही थी। खैरना में हाईवे पर कार चालक ने ओवरटेक कर वन विभाग के वाहन व कैंटर के बीच गाड़ी अड़ा ली। यहां वन कर्मियों के वाहन को आगे नहीं बढ़ने दिया। तब रेंजर ने खैरना व क्वारब पुलिस से मदद मांगी। वन क्षेत्राधिकारी तापस मिश्रा के अनुसार काकड़ीघाट से आगे कार ने कैंटर को ओवरटेक किया और स्पीड कम कर ली। ढलान पर कैंटर के साथ ही कार चालक भी वाहन छोड़ फरार हो लिए। टीम में वन दरोगा होशियार नाथ गोस्वामी, खैरना चौकी प्रभारी प्रकाश सिंह मेहरा, वन बीट अधिकारी त्रिभुवन उपाध्याय, आंनद राणा, जगदीश चंद्र सिंह, सौरभ सिंह जीना आदि शामिल रहे।