🔳 एनएच की तीन मशीनें दिनभर मलबा हटाने में जुटी
🔳 एक एक कर छोटे बड़े वाहनों की करवाईं गई आवाजाही
🔳 रात को आवाजाही पूर्ण रुप से कर दी गई प्रतिबंधित
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर तीन दिन बाद खतरे की बीच एकबार फिर आवाजाही शुरु हो गई। एनएच प्रशासन की दो लोडर मशीनों व पौकलेड मशीन से दिनभर मलबा हटाकर यातायात सुचारु करवाया। हालांकि दिन में भी कई बार आवाजाही ठप रही। मलबा हटने के बाद यात्रियों ने जान जोखिम में डाल आवाजाही की।
बीते शनिवार को अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद की सीमा पर क्वारब क्षेत्र में खस्ताहाल हो चुकी पहाड़ी से भारी भूस्खलन होने से यातायात ठप हो गया। लगातार भूस्खलन होने से मलबा हटाने का कार्य प्रभावित हो गया। रविवार व सोमवार को भी पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने से कार्य नहीं हो सका। तीन दिन से आवाजाही ठप पड़े होने से यात्रियों को कई किलोमीटर की अधिक दूरी तय कर गंतव्य को रवाना होना पड़ा। हाईवे पर स्थित बाजार क्षेत्रों में भी सन्नाटा पसर गया। स्थित बिगड़ने पर एनएच प्रशासन ने मौके पर पोकलैंड मशीन भी भेज दी। मंगलवार को युद्धस्तर पर मलबा हटाने का कार्य शुरु किया गया। मलबा हटने व पहाड़ी से पत्थर गिरने का क्रम थमने के बाद एक-एक कर वाहनों की आवाजाही शुरु करवाई गई। बीच-बीच में पत्थर व मलबा गिरता रहा पर मशीनों की मदद से मलबा हटाई जाने के बाद यातायात सुचारु रखा गया। शाम तक खतरे के बीच यात्रियों ने जान जोखिम में डाल आवाजाही की। रात नौ बजे से सुबह छह बजे तक आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई। एनएच के सहायक अभियंता जीके पांडे के अनुसार कड़ी निगरानी के बीच मशीनों से मलबा हटाया जा रहा है।