🔳 अतिसंवेदनशील दोपांखी क्षेत्र में पहाड़ी से एकाएक हुआ भूस्खलन
🔳खतरा भांप वाहन चालकों ने रोक दिए वाहन
🔳 पत्थरों के गिरने का क्रम थमने के बाद यातायात हुआ सुचारु
🔳 घंटों बाद भी बोल्डर न हटाए जाने पर क्षेत्रवासियों ने जताई नाराजगी
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]
बारिश के बाद खिली धूप में भी अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खस्ताहाल पहाड़ियों के दरकने का सिलसिला जारी रहा। अतिसंवेदनशील दो पांखी क्षेत्र में पहाड़ी से हुए भूस्खलन से विशालकाय बोल्डर हाईवे के बीचोंबीच तक पहुंच गया। गनीमत रही की कोई यात्री वाहन चपेट में नही आया और बड़ा हादसा टल गया। देर शाम तक बोल्डर को न हटाए जाने से आवाजाही कर रहे वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बीते शनिवार को दिन पर बारिश होने से रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे व अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर जगह जगह पहाड़ियों से पत्थर गिरते रहे। भुजान के समीप स्कूल से लौट रही छात्रा तक पत्थर की चपेट में आकर घायल हो गई। रविवार को आसमान साफ होने व धूप खिलने के बाद भी पहाड़ियों के दरकने का सिलसिला जारी रहा। अतिसंवेदनशील दोपांखी क्षेत्र में खस्ताहाल हो चुकी पहाड़ी एकाएक दरक गई। पहाड़ी से विशालकाय बोल्डर व पत्थर हाईवे तक पहुंच गए। गनीमत रही की कोई वाहन चपेट में नही आया और बड़ा हादसा टल गया। एकाएक पहाड़ी से हुए भूस्खलन से हाईवे पर आवाजाही भी ठप हो गई। खतरे को देख वाहन चालकों ने वाहन रोक लिए। पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का क्रम थमने के बाद बामुश्किल यातायात सुचारु हुआ। देर शाम तक बोल्डर हाईवे पर पड़े रहने से बाईक सवार चोटीला होते होते बचे। स्थानीय लोगों घंटों बाद भी बोल्डर को न हटाए जाने पर एनएच प्रशासन की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई है।