🔳 तीन गांवों की संयुक्त बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय
🔳 कानूनी लड़ाई के अलावा बजट का अन्य कार्य में नहीं किया जाएगा इस्तेमाल
🔳 पेयजल के मुद्दे में किसी किमत पर पीछे न हटने का ऐलान
🔳 जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी पर अब ली जाएगी उच्च न्यायालय की शरण
{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

बेतालघाट ब्लॉक के तल्लाकोट, मल्लाकोट व बादरकोट गांव के बाशिंदों ने पेयजल को लेकर जारी विवाद में एकजुट होकर संघर्ष का ऐलान कर दिया है । तीनों गांवों के बाशिंदों की संयुक्त बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। सर्वसम्मति से तय किया गया पानी को लेकर प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई के विरोध में न्यायालय की शरण ली जाएगी। कानूनी लड़ाई में रामलीला कमेटी के कोष का इस्तेमाल किया जाएगा।
धूरापातल प्राकृतिक जल स्रोत से जजूला गांव के चौड़ा तोक को बनाई जा रही पेयजल योजना का विरोध शांत होने का नाम नहीं ले रहा। विरोध पर आमादा ग्रामीणों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बावजूद तल्लाकोट, मल्लाकोट व बादरकोट गांव के बाशिंदे पीछे हटने को तैयार नहीं है। चौक बाजार धनियाकोट में हुई तीनों गांवों के ग्रामीणों की संयुक्त बैठक में आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा की लगातार एक तरफा कार्रवाई की जा रही है। मुकदमें दर्ज कर गांव के बाशिंदों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। दो टूक कहा की पानी को लेकर कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया जाएगा। सर्वसम्मति से तय हुआ की पानी की कानूनी लड़ाई के लिए रामलीला कमेटी में जमा कोष का इस्तेमाल किया जाएगा। ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमे की कानूनी प्रक्रिया के लिए भी रामलीला कमेटी के बजट को खर्च किया जाएगा। गांव के बाशिंदों ने एक स्वर में पेयजल योजना के विरोध में उच्च न्यायालय की शरण में जाने की बात कहीं। तय हुआ की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि मामले में किसी पर भी दबाव बनाने की कोशिश की गई तो आंदोलन शुरु कर दिया जाएगा। इस दौरान शोभा जोशी, राधा देवी, पूजा देवी, नंदी देवी, मोतिमा देवी, ललिता देवी, प्रीतम सिंह, प्रकाश राम, पान सिंह, धन सिंह, लाल सिंह, गोधन सिंह, पुष्कर सिंह, पदम सिंह, कुंदन सिंह, गुंसाई राम, विमला, तारा, अनीता, भगवती, कौशल्या, उमा पांडे, हीरा देवी, प्रेमा देवी, दुर्गा देवी, हंसी देवी, प्रभा देवी समेत तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।