🔳 डंपरों में पत्थर भरने में जुट रहे मासूम
🔳 मुनाफे के फेर में खतरे में डाली जा रही नाबालिगों की जिंदगी
🔳 सरकारी पट्टे पर खुलेआम उड़ाई जा रही नियमों की धज्जियां
🔳 खदान वाले क्षेत्र में बच्चों के घुमने से बड़ी अनहोनी का अंदेशा
🔳 जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल
🔳 खान अधिकारी ने नहीं उठाया फोन, राजस्व उपनिरीक्षक ने किया कार्रवाई का दावा
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
सरकार से स्वीकृत उपखनिज पट्टे में नाबालिग काम में जुटे हुए हैं बावजूद जिम्मेदार अनदेखी पर आमादा है। बच्चों के खदान वाले स्थान पर रहने व डंपरों में उपखनिज व पत्थर लादने से जहां नाबालिगों की जिंदगी से खुला खिलवाड़ किया जा रहा है वहीं श्रम कानूनों की भी खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिम्मेदार अफसरों की अनदेखी से तमाम गंभीर सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
ब्लॉक मुख्यालय बेतालघाट से सटे लेहड़ा क्षेत्र में कोसी नदी पर राज्य सरकार ने उपखनिज पट्टे की स्वीकृति दी है। नियमानुसार कार्य करवाने का जिम्मा प्रशासन व खनन विभाग पर है पर उपखनिज पट्टे पर खुलेआम नियमों की बली दी जा रही है। जहां एक ओर ओवरलोड उपखनिज से लदे डंपर महत्वपूर्ण सड़क को नुकसान पहुंचाने पर आमादा है वहीं उपखनिज पट्टे पर नाबालिग तक डंपर में उपखनिज व पत्थर लादने में जुटे हुए हैं। खदान वाले क्षेत्र में नाबालिगों के होने से जहां बड़ी अनहोनी का अंदेशा बना हुआ है वहीं नाबालिगों के कार्य में जुटे होने से नियमों की भी अनदेखी की जा रही है। जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों की अनदेखी से नाबालिगों की जिंदगी जानबूझकर खतरे में डाली जा रही है। मामले को लेकर खनन विभाग के जिला खान अधिकारी ताजेश्वर सिंह से भी दूरभाष पर संपर्क साधने का प्रयास किया गया पर उन्होंने फोन तक नहीं उठाया। राजस्व उपनिरीक्षक कपिल कुमार के अनुसार मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जल्द छापेमारी अभियान चलाया जाएगा। नाबालिगों से उपखनिज पट्टे पर कार्य नहीं कराया जा सकता।