🔳 सीएचसी गरमपानी, बेतालघाट व सुयालबाडी में विशेषज्ञ का पद रिक्त
🔳 क्षेत्रवासी मीलों का सफर तय करने को हुए मजबूर
🔳 बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के दावे हो रहे धराशाही
🔳 विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने उठाई चिकित्सकों की तैनाती की मांग
🔳 सीएमओ बोले – नए डाक्टर मिलते ही होगी तैनाती
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
कोसी घाटी के तीन महत्वपूर्ण अस्पतालों में बच्चों व महिलाओं की स्वास्थ्य जांच को विशेषज्ञ चिकित्सकों के न होने से क्षेत्रवासी परेशान हैं। मजबूरी में सूदूर गांवों से लोग मिलों दूर का सफर तय करने को मजबूर हो चुके हैं। पहाड़ों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के दावे इन तीनों अस्पतालों में हवा हवाई साबित हो रहे हैं। महत्वपूर्ण अस्पतालों में ही नियमानुसार चिकत्सक न होने से स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहद बुरे दौर से गुजर रही है। लाखों करोड़ों रुपये का बजट खर्च कर गांवों में अस्पताल भवन तो तैयार कर लिए गए पर अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। बामुश्किल चिकित्सकों को इधर से उधर भेजकर व्यवस्था संचालित की जा रही है। कोसी घाटी के महत्वपूर्ण अस्पतालों समझे जाने वाले सीएचसी बेतालघाट, गरमपानी व सुयालबाडी में तक सुविधाओं का अकाल है। बेतालघाट व सुयालबाडी में अल्ट्रासाउंड सेवा न होने से लोग परेशान है तो गरमपानी में अल्ट्रासाउंड सेवा वेंटीलेटर पर है। हालात इतने ज्यादा बद से बद्तर हो चुके हैं की अब नौनिहालों व महिलाओं को बेहतर उपचार के लिए मिलों का सफर तय करना पड़ रहा है। तीनों ही महत्वपूर्ण अस्पतालों में बाल रोग व स्त्री रोग विशेषज्ञ का पद रिक्त पड़ा हुआ है। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी, कांग्रेस एससी मोर्चा जिला उपाध्यक्ष नवीन चंद्र आर्या, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कुबेर सिंह जीना, व्यापारी नेता मदन सुयाल, विरेन्द्र सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी, गजेन्द्र सिंह नेगी आदि ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर गहरी नाराजगी जताई है। आरोप लगाया की तीनों ही अस्पतालों में से एक में भी बाल रोग व स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती न कर स्वास्थ्य विभाग जनहित से खिलवाड़ कर रहा है। लोगों ने तीनों ही अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की पुरजोर मांग उठाई है। सीएमओ डा. हरीश चंद्र पंत के अनुसार जनपद से करीब 48 चिकित्सक पीजी के लिए गए हैं। जैसे ही चिकित्सक उपलब्ध होंगे प्राथमिकता से तैनाती की जाएगी।