🔳 काकड़ीघाट क्षेत्र में कोसी नदी के तट पर स्थित है सुप्रसिद्ध आश्रम
🔳 पहाड़ी से गिरे मलबे का आश्रम के ठिक सामने लगा दिया ढेर
🔳 लोडर मशीन की मदद से धड़ल्ले से नदी में डाला गया मलबा
🔳 नदी का बहाव बढ़ने पर रुख आश्रम की ओर होने का अंदेशा
🔳 विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों व बाबा भक्तों ने जताई नाराजगी
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित काकड़ीघाट क्षेत्र में सुप्रसिद्ध बाबा नीम करौरी आश्रम के ठिक सामने मलबे का ढेर लगाए जाने से भविष्य में नदी का बहाव आश्रम की ओर होने का खतरा बढ़ गया है। सुप्रसिद्ध आश्रम के ठिक सामने नदी क्षेत्र में मलबा का ढेर लगाए जाने पर विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने गहरी नाराजगी जताई है। मलबे का निस्तारण डंपिंग जोन में ही किए जाने की मांग उठाई है।
काकड़ीघाट क्षेत्र में जीवनदायिनी कोसी नदी के तट पर स्थित सुप्रसिद्ध नीम करौरी आश्रम में रोजाना देश विदेश से सैकड़ों बाबा भक्त पहुंचते हैं। बेहद शांत व रमणीक स्थल पर स्थित आश्रम में श्रद्धालु हनुमान चालीसा का पाठ कर ध्यान भी लगाते हैं। वर्ष 2010 की आपदा में नदी का बहाव तेज होने पर आश्रम को सुरक्षा दीवार ध्वस्त हो गई। मंदिर प्रबंधन ने दोबारा सुरक्षा दीवार का निर्माण भी करवाया पर अब एक बार फिर नदी का बहाव आश्रम की होने का खतरा बढ़ गया है। शनिवार को हाईवे से सटी पहाड़ी से गिरे मलबे को लोडर मशीन की मदद से आश्रम के ठिक सामने डाल खतरे को न्यौता दे दिया गया है। सुप्रसिद्ध आश्रम के ठिक सामने मलबे का ढेर लगा दिए जाने से जहां खतरे का अंदेशा बना हुआ है वहीं नदी क्षेत्र के सौंदर्य को भी बिगाड़ कर रख दिया गया है। सरकार ने नदी क्षेत्र में मलबा डालने को प्रतिबंधित भी किया हुआ हैं बावजूद मनमाने ढंग से दिनभर लोडर मशीन की मदद से मलबा नदी क्षेत्र में डाला जाता रहा। क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति उपाध्यक्ष विरेन्द्र सिंह बिष्ट ने आश्रम के सामने मलबा डालने पर एनएच प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। आरोप लगाया की मलबा डंपिंग जोन में डालने के बजाय आश्रम के ठिक सामने डाले जाने से भविष्य में नदी में बाढ़ आने पर नदी का बहाव आश्रम की ओर होने का खतरा है जिससे बड़ा नुक्सान होने का अंदेशा भी है। व्यापारी नेता गोपाल सिंह कनवाल, महेंद्र सिंह, कुबेर सिंह जीना, बाबा भक्त मदन मोहन सुयाल, प्रकाश जोशी, बालमुकुंद सिंह जीना, गजेंद्र सिंह नेगी, पंकज नेगी, मनीष तिवारी आदि ने आश्रम के ठिक सामने लगे मलबे के ढेर को हटाकर डंपिंग जोन में निस्तारण किए जाने की मांग उठाई है। अनदेखी पर आंदोलन की चेतावनी है। एनएच के सहायक अभियंता जीके पांडे के अनुसार निरीक्षण करवाया जाएगा। भविष्य में खतरा पैदा न हो इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।