🔳 बेतालघाट स्थित महाविद्यालय में विश्व रेडक्रास दिवस पर हुई विचार गोष्ठी
🔳 मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने का किया गया आह्वान
🔳 रेडक्रास सोसायटी की स्थापना व कार्यों पर डाला गया प्रकाश
🔳 यूथ रेड क्रास सोसायटी व राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
शहीद खेमचंद डौर्बी राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट में यूथ रेड क्रॉस सोसाइटी व राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया गया। गया। ऑन द साइड ऑफ ह्यूमैनिटी विषय पर विचार गोष्ठी हुई। वक्ताओं ने मानवीय मूल्य को बढ़ावा देने का आह्वान किया ताकि सेवा, सहानुभूति व करुणाभाव से मानवता सुरक्षित रहे।
गुरुवार को महाविद्यालय सभागार में हुए कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार ने मां सरस्वती के चित्र के समीप दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्राचार्य ने मानवता के अर्थ को विस्तारपूर्वक समझाया। कहा की मानवता की सेवा के लिए वर्ष 1920 में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की स्थापना हुई। बताया कि भावनाओं का विस्तार किया जाना चाहिए तथा मानव में सेवा का भाव निस्वार्थ रूप से होना आवश्यक है। सभी को मस्तिक खुला रखना चाहिए जिससे मानव ही नहीं प्राणी मात्र के प्रति दया का भाव रखना चाहिए। रेड क्रॉस सोसाइटी की संयोजक डा. ईप्सिता सिंह ने थीम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। गोष्ठी में छात्रा मनीषा हाल्सी ने संस्थापक हेनरी ड्रूनेट का परिचय दिया। नीलम ने विश्व रेडक्रॉस दिवस के बारे में बताया। मनीषा ने भारतीय रेडक्रॉस, भावना ने रेड क्रॉस में छात्र छात्राओं की भूमिका व सुनीता ने मानवता हेतु समर्पित कार्य के इतिहास के बारे में जानकारी दी। संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के सह प्रभारी डा. दीपक ने किया। इस दौरान डा. तरुण कुमार आर्या, डा. निर्मला, प्रेमा आदि मौजूद रहे।