🔳 कोसी नदी में गहराई वाले स्थानों पर नहाने उतर रहे मासूम
🔳 खनन कार्य को दूसरे राज्यों से कोसी घाटी पहुंचे हैं श्रमिक
🔳 स्वजनों के दिन भर खनन कार्य में जुटने से बच्चे नदी में पहुंच जा रहे नहाने
🔳 कभी भी बड़ी घटना सामने आने का बढ़ता ही जा रहा खतरा
🔳 एसडीएम ने पुलिस को दिए खतरा टालने के निर्देश
[[[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]]]
कोसी घाटी में उपखनिज पट्टों पर खदान के कार्य को पहुंचे श्रमिकों के छोटे छोटे बच्चों के नदी क्षेत्र में नहाने से बड़ी अनहोनी का खतरा बढ़ता ही जा रहा है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। स्थानीय लोगों ने बच्चों के नदी क्षेत्र में गहराई वाले स्थानों पर आवाजाही रोकने की मांग उठाई है। एसडीएम तुषार सैनी के अनुसार पुलिस को निर्देशित किया गया है। पट्टा संचालकों को भी कड़े निर्देश दिए जाएंगे।
बेतालघाट क्षेत्र में झूला झूलते समय मासूम की मौत के बाद अब कोसी नदी में गहराई वाले स्थानों पर नहाने उतर रहे श्रमिकों के छोटे छोटे बच्चों की जिंदगी पर भी खतरा मंडरा रहा है। कोसी घाटी में संचालित उपखनिज पट्टों पर खनन कार्य को बाहरी राज्यों से पहुंचे श्रमिकों के छोटे छोटे बच्चे दिनभर कोसी नदी में नहाने उतर रहे हैं। स्वजनों के खनन कार्य में जुटे होने से छोटे छोटे बच्चे घंटों तक नदी में नहा रहे हैं। गहराई का सही अंदाजा न होने से बड़ी घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है बावजूद सुध नहीं ली जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार कई बार टोकने के बावजूद बच्चे अनसुनी कर दे रहे हैं वहीं स्वजन भी ध्यान नहीं दे रहे जिस कारण कभी भी अनहोनी सामने आ सकती है। कुछ महीने पहले काकड़ीघाट क्षेत्र में दो नौनिहालों की नदी क्षेत्र में नहाने के दौरान मौत भी हो चुकी है बावजूद जिम्मेदार अनदेखी पर आमादा है। स्थानीय लोगों ने बच्चों के नदी क्षेत्र में गहराई वाले स्थानों पर आवाजाही पर रोक लगाने की मांग उठाई है। श्री कैंची धाम तहसील के उपजिलाधिकारी तुषार सैनी के अनुसार पुलिस को निर्देशित किया गया है। बच्चों की नदी क्षेत्र में गहराई वाले स्थानों पर आवाजाही रोकने को ठोस उपाय किए जाएंगे।