🔳 हाईवे पर गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र में मंडरा रहा खतरा
🔳 स्कूली बच्चों व राहगीरों की जिंदगी पर भी जोखिम
🔳 एनएच प्रशासन के सुध न लेने से क्षेत्रवासियों में नाराजगी
🔳 पेड़ों के निस्तारण की पुरजोर उठी मांग
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र में गिरताऊ हालत में पहुंच चुके पेड़ दुर्घटना की ओर इशारा कर रहे हैं बावजूद एनएच प्रशासन सुध नहीं ले रहा। पेड़ों से खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। स्थानीय व्यापारियों ने खतरा टालने को समय रहते खतरा बन चुके पेड़ों का निस्तारण किए जाने की मांग उठाई है।
कुमाऊं की लाइफ लाइन के तौर पर पहचान रखने वाले महत्वपूर्ण अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर रोजाना हजारों छोटे बड़े वाहनों की आवाजाही होती है। खैरना बाजार क्षेत्र में आवाजाही करने वाले वाहनों पर दुर्घटना का जोखिम बढ़ता ही जा रहा है। हाईवे पर बाजार क्षेत्र में जगह जगह विभिन्न प्रजाती के विशालकाय पेड़ गिरताऊ हालत में पहुंच गए हैं जिस कारण कभी भी पेड़ों के धराशाई होने का खतरा बना हुआ है। हवा के तेज झौंके में भी गिरताऊ हालत में पहुंच चुके वर्षों पुराने पेड़ों से टहनियां गिरकर हाईवे पर गिर रही है जिससे बाजार क्षेत्र में आवाजाही करने वाले राहगीरों व स्कूली नौनिहालों की जिंदगी पर भी संकट बढ़ता ही जा रहा है। स्थानीय लोगों ने अंदेशा जताया है की कभी पेड़ गिरे तथा कोई वाहन चपेट में आ गया तो बड़ी अनहोनी सामने आ सकती है। बाजार क्षेत्र के लोग भी जान हथेली पर आवाजाही को मजबूर हो चुके हैं। क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति के मनीष तिवारी, सोनू बिष्ट , फिरोज अहमद, गजेंद्र सिंह नेगी, विनोद मेहरा, रोहित बिष्ट, गोविंद सिंह नेगी आदि ने समय रहते पेड़ों का निस्तारण किए जाने पर जोर दिया है। लगातार खतरा बढ़ने के बावजूद एनएच प्रशासन के सुध न लेने पर गहरी नाराजगी भी जताई है। स्थानीय लोगों व व्यापारियों ने भी पेड़ों का निस्तारण किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।