🔳 दो किमी दूर से पानी ढोने को मजबूर हुए ग्रामीण
🔳 गांव के नजदीक लगे हैंडपंप के खराब होने से कई परिवार परेशान
🔳 विभागीय अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद सुध न लेने का आरोप
🔳 अफसरों की कार्यप्रणाली पर क्षेत्रवासियों में नाराजगी
🔳 जल्द व्यवस्था दुरुस्त न करने पर आंदोलन की चेतावनी
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
महापर्व की तैयारियों के बजाय गांवों के लोग हलक तर करने की जुगत में जुटे हुए है। समीपवर्ती बयेडी गांव में बूंद बूंद पानी को हाहाकार मचा हुआ है। मजबूरी में ग्रामीण दो किमी दूर प्राकृतिक जल स्रोत से सिर पर पानी के बर्तन रख घरों तक पहुंचा रहे हैं। गांव के नजदीक लगा हैंडपंप एक महीने से भी अधिक समय से खराब पड़ा है। कई बार विभागीय अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही।
बेतालघाट व ताड़ीखेत ब्लॉक के तमाम गांवों में पेयजल संकट गहराने से गांवों के लोग परेशान है। समीपवर्ती बयेडी गांव में हालात विकट हो चुके हैं। दीपावली महापर्व के नजदीक होने पर घरों में साफ सफाई के साथ महापर्व को लेकर जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है पर बयेडी के बाशिंदे पानी की व्यवस्था करने को मजबूर हैं। एक महीने से भी अधिक समय से गांव के समीप लगा हैंडपंप खराब पड़ा है। बावजूद सुध नहीं ली जा रही जबकि ग्रामीण जल संस्थान के अधिकारियों को सूचना तक दे चुके हैं। व्यवस्था में सुधार न होने से गांव के लोग परेशान है। बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सिर पर पानी के भारी बर्तन रख दो किमी दूर से घरों तक पहुंचा रहे हैं। सुध न लिए जाने से ग्रामीणों में गहरा रोष भी व्याप्त है। स्थानीय कमलेश पांडे, प्रकाश पांडे, हेम चन्द्र, विनोद, सुनील, पंकज, पुष्कर राम, नंद राम, भुवन राम, मोहन राम, मदन राम आदि ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों की अनदेखी पर गहरी नाराजगी जताई है। जल्द हैंडपंप को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है की यदि जल्द व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।