🔳 बर्धो व हल्दीयानी गांव में लगा दो दिवसीय शिविर
🔳 जलवायु परिवर्तन से कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों की दी गई जानकारी
🔳 फसलों में लगने वाली बिमारी व बचाव के बजाए गए तौर तरीके
🔳 परीक्षण का लाभ उठा बेहतर उत्पादन का किया गया आह्वान
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

बेतालघाट ब्लॉक के बर्धो तथा हल्दीयानी गांव में हुए किसानों के दो दिवसीय प्रशिक्षण में जलवायु अनुकूल कृषि विषय पर महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। दोनों गांवों में हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम में 53 प्रगतिशील किसानों ने प्रतिभाग किया। मास्टर ट्रेनरों ने किसानों से लगातार बदलते मौसम के अनुसार खेती करने के गुर सिखाए।
गुरुवार को बर्धो व हल्दीयानी गांव में ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना संस्था के तत्वावधान में किसानों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समीप दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मां भगवती स्वायत्तता सहकारिता तल्ला बर्धो व बेतालेश्वर स्वायत्तता सहकारिता हल्दीयानी से जुड़े किसानों को जलवायु परिवर्तन व इससे कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों की विस्तार से जानकारी दी गई। आजिविका समन्वयक महेश पुरी व पशुधन प्रसार व कृषि अधिकारी बलविंदर सिंह ने कृषि व पशुपालन में जलवायु परिवर्तन का प्रभाव, फसलों का महत्व एवं उनका वर्गीकरण, फसल चक्र व उनके सिद्धांत, भू परिष्करण, मल्चिंग वह उनके प्रकार, खाद व उर्वरक, पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व, जल प्रबंधन, सिंचाई व सिंचाई के प्रकार, वर्षा जल संचयन पौधशाला की स्थापना, कीट व रोग नियंत्रण पर अहम जानकारियां दी। वक्ताओं ने किसानों से प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाने का आह्वान किया। इस दौरान भुवन चंद्र जोशी, ललित मोहन, देव सिंह बिष्ट, हेमा पांडे, चंपा पांडे, तारा देवी, माधवी देवी, राजूला देवी, कौशल्या देवी, उमा देवी, मनीषा बिष्ट, लक्ष्मी देवी, नीमा वर्मा, भावना देवी, मंजू गोरखा, उमा जलाल आदि मौजूद रहे।